Terrorism

बम निरोधक दस्ते ने बिना किसी नुकसान के नियंत्रित विस्फोट में आईईडी (IED) को नष्ट कर दिया। उन्होंने आगे बताया कि कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दोषियों (Militant) को सजा दिलाने के लिए जांच जारी है।

एनआईए (NIA)  की टीम ने जम्मू में एक तस्कर बिशन दास के घर दबिश दी। इसके बाद अरनियां निवासी शामलाल, भोर कैंप निवासी गुरबख्श सिंह, खौड़ निवासी अजीत कुमार और आरएसपुरा के यशराज व सुभाष चंद्र के यहां छापे मारकर उन्हें गिरफ्तार किया गया।

आतंकी शाहजहां (Militant Shahajahan) को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120 बी, 125, 419, 420, 467, 468, 471 के साथ गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी पाया गया।

पुलवामा हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ने पर पाकिस्तान सरकार ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख (Masood Azhar) के बेटे और भाई समेत प्रतिबंधित आतंकी संगठन के 100 से ज्यादा आतंकियों को गिरफ्तार किया था।

साल 2020 में पाकिस्तान (Pakistan) में आतंक (Terrorism) की जड़ें और मजबूत हुईं हैं। यहां पाकिस्तानी तालिबान और उसके दलों ने अपने वर्चस्व को बढ़ाया है। सरकार का नेशनल प्लान भी कारगर साबित नहीं हो सका।

बम धमाके में 200 से अधिक लोगों की जान लेने वाले आतंकी को अब रिहा किया जा रहा है। इंडोनेशिया (Indonesia) के बाली (Bali) में बड़े बम धमाके के मास्टरमाइंड अबु बकर बशीर (Abu Bakar Bashir) को अब जेल से छोड़ा जा रहा है।

सीमा का ये इलाका वैसे भी आतंकी घुसपैठ को लेकर मुफीद माना जाता है। सांबा और हीरानगर सेक्टर कई बार आतंकवादियों (Terrorists) की घुसपैठ को लेकर सुर्खियों में भी रहा है।

होम मिनिस्ट्री ने खालिस्तानी समूहों (Khalistani Terrorists)  व उनसे सहानुभूति रखने वालों और उनसे जुड़े कई गैर–सरकारी समूहों को कथित विदेशी फंडिंग की व्यापक जांच शुरू करने का इशारा एजेंसियों को कर दिया है।

नये लोगों को शामिल करने के लिए उनकी भावनाओं को भड़काने के लिये पाक के आईएसआई ‘हैंडलर’ सुरक्षाबलों (Security Forces ) के कथित अत्याचारों के फर्जी वीडियो का अक्सर इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए झूठी कहानियां गढ़ी जाती हैं।

लखवी (Zaki-ur Rehman Lakhvi) 26/11 हमला मामले में 2015 से ही जमानत पर था। उसे आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने हिरासत में लिया। सीटीडी ने लखवी को कहां से गिरफ्तार किया इस बात की जानकारी नहीं दी

लश्कर–ए–तय्यबा और जैश–ए–मोहम्मद के आतंकी भारतीय सुरक्षा संस्थानों और सुरक्षाबलों पर पठानकोट जैसे आतंकी हमले (Terror Attack) करने की साजिश की फिराक में हैं।

पिछले कुछ सालों में भारतीय सुरक्षाबलों ने जिस तरह से कश्मीर घाटी से आतंकवाद और चरमपंथ के खिलाफ अभियान (Anti Terrorist Operations) चलाया है, उसने कट्टरपंथियों के हौसले पस्त कर दिए हैं।

गिरफ्तार किये गये व्यक्ति का संपर्क प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से है। पाकिस्तान में बैठे उसके आकाओं ने उसे शहर में ग्रेनेड धमाका करने का काम सौंपा था।'

पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स द्वारा उडाए गए ड्रोन (Drone) के लिंक को तोड़कर खतरे को नियंत्रित करने के लिए सीमा सुरक्षाबल की मदद के लिए एक एंटी–रेडियो फ्रीक्वेंसी ट्रांसमिशन सिस्टम विकसित किया जा रहा है।

इस साल सुरक्षाबलों को घाटी में आतंकवादी (Militants) को विभिन्न मुठभेड़ों में मार गिराने में भारी कामयाबी मिली है। आतंकवाद के खिलाफ अभियान में सुरक्षाबलों के जवानों की भी शहादतें हुईं हैं।

आईएसआई (ISI) फिदायीन के माध्यम से आतंकवादी हमले (Terror Attack) की योजना बना सकता है‚ इसमें या तो कोई मानव बम हो सकता है या भारी विस्फोटकों से भरा कोई वाहन हो सकता है।

70 वर्षीय हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को आतंकवाद के लिए फंडिंग करने के 4 मामलों में पहले ही दोषी ठहराया जा चुका है और इसके लिए उसे 21 साल की सजा भी हो चुकी है।

यह भी पढ़ें