Defense Minister

रक्षा मंत्री ने कहा कि यदि उग्रवादी तत्व मुख्यधारा में लौटने के इच्छुक हैं तो केंद्र सरकार उनसे बातचीत करने के लिए तैयार है।

राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि बदलते समय‚ चुनौतियों और देशों के आपसी संबंधों में बदलाव के मद्देनजर सुरक्षा के आयाम भी बदल रहे हैं और ऐसे में हमें किसी भी परिस्थिति से निपटने की तैयारी करनी होगी।

अब तक आपने सड़क पर गाडी‚ बैलगाडी या कार को चलते ही देखा होगा‚ लेकिन पहली बार किसी हाईवे पर हवाई जहाज को देखेंगे। अब सड़कों पर हवाई जहाज और फाइटर प्लेन भी उतरेंगे।

भारतीय सेनाओं के उप प्रमुखों की वित्तीय शक्तियों को 500 करोड़ रुपए की कुल सीमा के अधीन 10 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है।

आइबीजी का काम न केवल जल्द से जल्द निर्णय लेना होगा बल्कि वह एकीकृत लड़ाकू दस्ते भी तैयार करेगा। इन दस्तों में तीनों सेनाओं के लोग होंगे जो साथ मिलकर तेज और प्रभावी एक्शन लेने में सक्षम होंगे।

अफगानिस्तान पर कब्जा करने का बाद तालिबान (Taliban) ने अपनी नापाक हरकतों को अंजाम देना शुरू कर दिया है।

धर्मांतरण को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि मतांतरण कराने के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) 3 दिन के दौरे पर रविवार सुबह लद्दाख पहुंचे हैं। इस दौरान वह लेह-लद्दाख सीमा क्षेत्र पर सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेंगे।

रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान का नाम लिये बिना आतंकवाद को बढ़ावा देने, उसका समर्थन और वित्त पोषण करने और आतंकवादियों को शरण देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आह्वान किया।

इस योजना से भारतीय रक्षा और एयरोनॉटिक्स फिल्ड को कम समय में अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए नये, स्वदेशी और इनोवेटिव टेक्नोलॉजी तेजी से विकसित करने में मदद मिलेगी।

डिफेंस कॉरिडर के जरिए सेना से जुड़े सामान का निर्माण किया जाता है। दरअसल डिफेंस कॉरिडोर एक रूट होता है, जिसमें कई शहर शामिल होते हैं।

राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि भारत कमजोर नहीं है, और सीमा पर किसी भी तरह की कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दे सकता है।

राजनाथ ने कहा, 'इन पुलों के निर्माण से सैन्य और नागरिक परिवहन की सुविधा बढ़ेगी।' बता दें कि 44 पुलों में से 22 पुल चीन सीमा के पास हैं।

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