अफगानिस्तान के बदलते हालातों पर रक्षा मंत्री का बयान, युद्ध के दौरान बड़े फैसले लेने वाली IBG के गठन पर विचार

आइबीजी का काम न केवल जल्द से जल्द निर्णय लेना होगा बल्कि वह एकीकृत लड़ाकू दस्ते भी तैयार करेगा। इन दस्तों में तीनों सेनाओं के लोग होंगे जो साथ मिलकर तेज और प्रभावी एक्शन लेने में सक्षम होंगे।

Ministry of Defence Rajnath Singh

भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के अनुसार तालिबान नियंत्रित अफगानिस्तान में बदलते हालात भारत के लिए चुनौती है। इसी के मद्देनजर हम अपनी रणनीति बदल रहे हैं और क्वाड (भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान का सुरक्षा समूह) का गठन इसी रणनीति को रेखांकित करता है।

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रक्षा मंत्री ने तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज के अधिकारियों को संबोधित करते हुए बताया कि अफगानिस्तान में स्थिति इस कदर बिगड़ गई है कि हमें अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के मुताबिक, हम अपनी रणनीति बदल रहे हैं और क्वाड का गठन इसी रणनीति को रेखांकित करता है। रक्षा मंत्री ने बताया कि युद्धों के दौरान त्वरित निर्णय लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए रक्षा मंत्रालय युद्ध के दौरान के त्वरित निर्णय लेने के लिए एक इंटीग्रेटेड बैटिल ग्रुप (आइबीजी) के गठन पर गंभीरता से विचार कर रहा है।

राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के अनुसार, आइबीजी का काम न केवल जल्द से जल्द निर्णय लेना होगा बल्कि वह एकीकृत लड़ाकू दस्ते भी तैयार करेगा। इन दस्तों में तीनों सेनाओं के लोग होंगे जो साथ मिलकर तेज और प्रभावी एक्शन लेने में सक्षम होंगे। साथ ही सरकार टूर आफ ड्यूटी की योजना लागू करने पर भी मंथन कर रही है। यह तस्वीर बदलने वाला निर्णय होगा। इससे जवानों की औसत आयु कम होगी और उनकी मारक क्षमता भी बढ़ेगी।

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