
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने मणिपुर में उग्रवादी तत्वों से हिंसा त्यागने और केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने के लिए आने का आह्वान किया है। श्री सिंह इंफाल वेस्ट जिले के लंगथाबल में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि उग्रवादी तत्व मुख्यधारा में लौटने के इच्छुक हैं तो केंद्र सरकार उनसे बातचीत करने के लिए तैयार है।
छत्तीसगढ़: बीजापुर में नक्सलियों ने इंजीनियर को किया अगवा, पति को ढूंढने खतरनाक जंगल में बच्चे के साथ निकल गई ये बेबस पत्नी
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के अनुसार, “हम उग्रवादियों से बातचीत करने के लिए तैयार हैं। मणिपुर में पिछले पांच साल में सबसे कम हिंसा देखने को मिली है। उग्रवाद बहुत कम हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि केंद्र सरकार मणिपुर में बेरोजगारी, गरीबी अन्य मुद्दों को सुलझाने और राज्य की आमदनी बढ़ाने के वास्ते पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के मुताबिक, पिछली सरकारें इस क्षेत्र की उपेक्षा की और उसकी जन विरोधी नीतियों ने उसकी पूर्वोत्तर रोधी मानसिकता को उजागर किया। प्रधानमंत्री बनने के बाद, अटल बिहारी वाजपेयी ने इस क्षेत्र के विकास के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया था लेकिन 2004 में उनकी सरकार जाने के बाद अगले 10 साल तक इस क्षेत्र की उपेक्षा की गई।”
राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के अनुसार, बीजेपी के 2017 में राज्य में सत्ता में आने के बाद से मणिपुर में तेजी से विकास हुआ है। पांच साल पहले, राज्य में हिंसा का वातावरण था जो अब समाप्त हो गया है। राज्य के लोगों ने भाजपा के शासन में विकास और सुशासन देखा है।”
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App