CRPF

ताजा मामला बडगाम का है। यहां सीआरपीएफ ( CRPF) के वाहन पर पथराव हुआ है और जवानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई है।

सेंट्रल पुलिस फोर्स (CRPF) केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में सबसे ज्यादा अहमियत रखती है। सीआरपीएफ गृह मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाला एक अर्धसैनिक बल है। सीआरपीएफ ने युद्ध से लेकर मेट्रो तक की सुरक्षा में मोर्चा संभाला है।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के वीर शहीद भृगुनंदन चौधरी (Constable Bhrigu Nandan Choudhary) बेहद ही बहादुर जवान माने जाते थे।

CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट अंजनी कुमार (Anjani Kumar) की जांबाजी के लिए विख्यात हैं। वे बेहद ही चालाकी से दुश्मनों पर कहर बनकर टूटते रहे हैं। अंजनी का नाम सीआरपीएफ के ऐसे जवानों में लिया जाता है जो कि दुश्मनों के छक्के छुड़ा देते हैं।

वहीं उत्तरी कश्मीर के बारामुला के कुंजर गांव में इसी दौरान ग्रामीणों ने गांव के बाहरी छोर पर एक जंग लगा बम देखा। फौरन बम निरोधक दस्ते ने बम को अपने कब्जे में लेकर उसे सुरक्षित जगह पर निष्क्रिय कर दिया।

इस घटना के बाद से हत्यारोपी छोटू फरार है। इस मामले में पुलिस ने छोटू के सहयोगी दीपक चौधरी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है।

बिहार (Bihar) के राजगीर में सीआरपीएफ (CRPF) के जवान कोरोना की जंग में अहम भूमिका निभा रहे हैं। वे आसपास के गांवों के लोगों को इसके प्रति सतर्क रहने की सीख दे रहे हैं।

संदिग्धों की निशानदेही पर पुलवामा जिले (Pulwama) में 10 किलोग्राम वजन का एक आईईडी जब्त किया गया हैं। पुलिस के अनुसार, उसके जवानों ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी हमले के षड्यंत्र को विफल कर दिया।

CRPF Recruitment 2021: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने विभिन्न जोन में जीडीएमओ के पदों पर भर्तियों के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। अभ्यर्थियों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।

घायल चश्मदीदों के मुताबिक पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की लाश पर नक्सलियों ने जमकर तमाशा किया था। नक्सली लाश पर घेर बनाकर काफी देर तक नाचते रहे थे।

बीते 10 साल की बात करें तो 8 अक्टूबर 2009 के दिन महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में लाहिड़ी पुलिस थाने पर नक्सली हमले में हमारे 17 जवान शहीद हो गए थे।

नक्सलियों (Naxalites) द्वारा अगवा किए गए सीआरपीएफ (CRPF) के जवान राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas) कल यानी 16 अप्रैल को जम्मू स्थित अपने गांव पहुंचेंगे।

नक्सलियों (Naxalites) द्वारा अगवा किए गए सीआरपीएफ (CRPF) के जवान राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas) कल यानी 16 अप्रैल को जम्मू स्थित अपने गांव पहुंचेंगे।

भारतीय सीएपीएफ (CAPF) के अभियान को सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने नई दिल्ली स्थित सीआरपीएफ के शौर्य ऑफिसर्स इंस्टीच्युट में हरी झंडी दिखाई।

Bijapur Encounter: रिहाई के बाद राकेश्वर सिंह का मेडिकल चेकअप किया गया। उन्हें रिहाई मिलने के बाद तर्रेम में 168वीं बटालियन के कैंप में ले जाया गया।

बीजापुर नक्सली मुठभेड़ के बाद आखिरकार 5 दिन बाद नक्सलियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास 8 अप्रैल को आजाद हो गए। नक्सलियों (Naxalites) ने उन्हें करीब चार बजे रिहा कर दिया।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने 9 अप्रैल को शौर्य दिवस मनाया। इस मौके पर वीर सैनिकों की शहादत को नमन करते हुए शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर CRPF के DG कुलदीप सिंह ने चाणक्यपुरी स्थित नेशनल पुलिस मेमोरियल में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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