पिछले दिनों देश के मोस्ट वांटेड नक्सली प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा और उसकी पत्नी सहित चार नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद से संगठन में बिखराव की स्थिति देखने को मिल रही है।

मारे गये नक्सलियो के पास से सुरक्षाबलों ने 12 बोर की 5 बंदूक और एक 303 राइफल मिली है। वहीं सूत्रों से ये भी सूचना मिली है कि मारे गये नक्सलियों में इनामी नक्सल कमांडर मधु के भी मारे जाने की खबर है।

जम्मू कश्मीर में हुये इस आंतकी हमले पर अफसोस जताते हुये ले. जनरल मनोज सिन्हा ने बताया कि इन हमलों में शामिल आतंकियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जायेगी।

अन्य घटना में पुलिस ने बारामूला के क्रालहार रेलवे क्रॉसिंग पर लगे बैरीकेट से एक लश्कर के आतंकी को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान फैजल अहमद डार के तौर पर हुई है।

इस हमले में घायल जवान को घटनास्थल से बाहर निकालकर नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक इलाज के लिए भेज दिया गया है। साथ ही हमलावरों की तलाश में सर्च अभियान जारी है।

मारी गई महिला नक्सलियों में से एक हिड़में मलांगीर एरिया कमेटी की सदस्य थी जबकि नक्सली पोज्जे नीलावाया इलाके में सक्रिय संगठन चेतना नाट्य मंडली की सदस्य थी।  

आईजीपी विजय कुमार ने इस घटना की पुष्टि करते हुये बताया कि मारे गये आतंकवादी की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के टॉप आतंकी सैफुल्ला उर्फ अबु खालिद उर्फ शवाज के तौर पर हुई है।

मारा गया नक्सली (Naxali) मंगरा लुगुन चाईबासा के गोयलकेरा और पोड़ाहाट सहित आस-पास के थाना क्षेत्रों में सक्रिय था। उसके डर के कारण पूरे इलाके में बिना उसे लेवी दिये कोई भी निर्माण कार्य संभव नहीं था।

नक्सलियों के पास से पुलिस ने कोई हथियार व आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं की। लेकिन ये पिछले कई आपराधिक कांडों में वांछित हैं।

मारे गये लश्कर के आतंकी की पहचान पाकिस्तान मूल के अबू जरार के तौर पर हुई है। वहीं जवानों ने घटनास्थल से एक एके 47 रायफल, 4 मैग्जीन, एक ग्रेनेड और भारतीय करेंसी बरामद की है।

पुलिस ने जब ड्रम को जमीन से निकालकर खोला गया तो सबके होश उड़ गये। यह ड्रम अमोनियम नाईट्रेट से बने 100 किलो बम से भरा था और एक कट्टा भी इसके अंदर रखा गया था।

11 की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी, वहीं रावत सहित एक घायल की मौत वेलिंग्टन मिलिट्री अस्पताल में उपचार के दौरान हुई। जबकि गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अस्पताल में उपचार चल रहा है।

इस हेलीकॉप्टर में सेना के तमाम आला अधिकारी मौजूद थे। इनमें सीडीएस बिपिन रावत (Bipin Rawat) व उनकी पत्नी मधुलिका रावत के अलावा, ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह भी मौजूद थे।

दोनों पर 2021 में तर्रेम एनकाउंटर समेत दक्षिण बस्तर की 12 बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है। इन दोनों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन ने बाकायदा 5-5 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।  

मूल रूप से छत्तीसगढ़ निवासी शंकर (Naxali Shankar) बरगढ़- बलांगीर- महासमुंद डिवीजन में एरिया कमेटी मेंबर के रूप में कार्य कर रहा था और कई नक्सली हिंसा में शामिल था।

सुकमा के पुलिस अधिक्षक सुनील शर्मा ने भी गिरफ्तार नक्सली (Naxali) की पुष्टि करते हुये कहा कि सर्चिंग पर निकले सीआरपीए, एसटीएफ और डीआरजी की संयुक्त कार्रवाई में इस इनामी नक्सली को पकड़ा गया है।

इस मुठभेड़ में मारे गये तीनों आतंकी (Terrorists) लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन 'द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) के सदस्य थे, जो पिछले कई महीनों से घाटी में हो रही टारगेट किलिंग में शामिल थे।

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