Today History

Today History: भारतीय सिनेमा जगत में राज खोसला (Raj Khosla) को एक ऐसे फिल्मकार के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने अपने उत्कृष्ठ निर्देशन से लगभग चार दशक तक सिने-प्रेमियों के दिलों पर राज किया।

वर्ष 1984 में प्रदर्शित फिल्म ‘जख्मी शेर’ से डिंपल (Dimple Kapadia)  ने फिल्म इंडस्ट्री में कमबैक किया लेकिन यह फिल्म सफल नहीं रही। वर्ष 1985 में डिंपल कपाडिया को एकबार फिर से ऋषि कपूर के साथ ‘सागर’ में काम करने का अवसर मिला। रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में डिंपल ने अपनी बोल्ड इमेज से दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।

वर्ष 1984 में प्रदर्शित फिल्म ‘जख्मी शेर’ से डिंपल (Dimple Kapadia)  ने फिल्म इंडस्ट्री में कमबैक किया लेकिन यह फिल्म सफल नहीं रही। वर्ष 1985 में डिंपल कपाडिया को एकबार फिर से ऋषि कपूर के साथ ‘सागर’ में काम करने का अवसर मिला। रमेश सिप्पी के निर्देशन में बनी इस फिल्म में डिंपल ने अपनी बोल्ड इमेज से दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।

Today History: राजेश से अलग होने के बाद, डिम्पल 1984 में दोबारा फिल्मी दुनिया में लौट आईं। उस दौर की उनकी एक फ़िल्म सागर (1985) थी। बॉबी और सागर दोनों ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार डिंपल ने जीता। वह 1980 के दशक में हिन्दी सिनेमा की शीर्ष अभिनेत्रियों में से एक थीं।

भूपति ने एशियाई खेलों में युगल मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता था। 2004 में होने वाले एथेंस ओलंपिक में पुनः लिएंडर पेस के साथ जोड़ी के रूप में खेलने का निर्णय लिया। एस ओलंपिक में लिएंडर पेस और महेश भूपति (Mahesh Bhupathi) की जोड़ी से भारत को पदक की बहुत आशा थी।

Today History: महेश भूपति का जन्म 7 जून, 1974, को बैंगलौर, कर्नाटक में हुआ था। इनका पूरा नाम 'महेश श्रीनिवास भूपति' है। भूपति ने टेनिस में लिएडर पेस के साथ युगल मुकाबलों में शानदार सफलता अर्जित की है।

एक बस कण्डक्टर से लेकर एक एक्टर बनने और फिर एक सामाजिक कार्यकर्ता से भारत सरकार में मंत्री तक का सफर तय करने वाले सुनील दत्त (Sunil Dutt) की जीवन यात्रा एक मिसाल है। 

Today History: सुनील दत्त की गिनती उन सितारों में होती है जिन्होंने सबसे पहले सरहद पर डटे फौजियों के लिए काम करना शुरू किया। सुनील दत्त ने फिल्मी जगत में अपने बेजोड़ अभिनय से लोहा तो मनवाया ही, साथ ही अपने राजनीतिक जीवन को एक आदर्श के तौर पर भी पेश किया।

भारत में भू​मि क्षेत्र की तुलता में मानव और मेवेशियों की आबादी ज्यादा होने के बावजूद आठ प्रतिशत जैव विविधता है। देश समृद्ध जैव विविधता से संपन्न है, जिसमें जीव जंतुओं और पौधों की कई प्रजातियां हैं।

विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री बाबुल सुप्रियो, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक सुश्री इनगर एंडरसन समेत कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।

Today History: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम यूएनईपी द्वारा घोषित विषय पर विश्व पर्यावरण दिवस के कार्यक्रम आयोजित करता है। इस वर्ष का विषय 'जैव विविधता' है।

चेहरे पर सादगी, आखों में चमक, अभिनय में सम्मोहन, अदाओं की मल्लिका ये सारी खूबियां बीते जमाने की मशहूर अदाकार नूतन (Nutan) की हैं। जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों पर करीब 40 सालों तक राज किया। 

चेहरे पर सादगी, आखों में चमक, अभिनय में सम्मोहन, अदाओं की मल्लिका ये सारी खूबियां बीते जमाने की मशहूर अदाकार नूतन (Nutan) की हैं। जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों पर करीब 40 सालों तक राज किया। 

Today History: चेहरे पर सादगी, आखों में चमक, अभिनय में सम्मोहन, अदाओं की मल्लिका ये सारी खूबियां बीते जमाने की मशहूर अदाकार नूतन (Nutan) की हैं। जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर दर्शकों के दिलों पर करीब 40 सालों तक राज किया। 

बालकृष्ण भट्ट (Balkrishna Bhatt) ने निबंध, उपन्यास और नाटकों की रचना करके हिन्दी को एक समर्थ शैली दी। उनके पांच निबंध संग्रहों में 'साहित्य सुमन' और 'भट्ट निबंध माला' के चार भाग सम्मिलित हैं।

Today History: पंडित बाल कृष्ण भट्ट (3 जून 1844 - 20 जुलाई 1914) हिन्दी के सफल पत्रकार, नाटककार और निबंधकार थे। उन्हें आज की गद्य प्रधान कविता का जनक माना जा सकता है।

राजकपूर (Raj Kapoor) आखिरी बार लोगों के बीच तब आए जब उन्हें उनकी ताउम्र कामयाबी के लिए 'दादा साहेब फालके अवार्ड' से सम्मानित किया गया। राज कपूर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान से सीधे सिरी फोर्ट आडिटोरियम लाया गया था और राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन मंच से उतरकर राज कपूर का हाथ पकड़कर उन्हें मंच पर ले गए ।

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