Naxal

छत्तीसगढ़ के नक्सल ग्रस्त धमतरी में सर्चिंग पर निकली डीआरजी की टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। कट्टीगांव और खालसाबुडरा जंगल से सीतानदी एरिया कमेटी के एक माओवादी सदस्य को गिरफ्तार किया गया है।

नक्सलियों ने जिले के पीरटांड़ ,खुखरा तथा डुमरी थाना क्षेत्र के साथ-साथ निमियाघाट थाना क्षेत्र जो पारसनाथ के तलहटी से सटा हुआ है तथा बोकारो एवं गिरिडीह के सीमांचल गांवों में भी बैनर लगाते हुए पुलिस एवं सरकार को चुनौती दी है।

नक्सलियों ने पॉलीथिन में पर्चे को रखा है ताकि बारिश में पर्चा खराब न हो। साथ ही शव में बम या विस्फोटक लगे होने की आशंका भी जताई जा रही है।

जिले के कुटरेम गांव के जंगलों में डीआरजी और जिला बल का संयुक्त दल नक्सल विरोधी अभियान के तहत गश्त पर था। इसी दौरान किरंदुल थाना क्षेत्र के कुट्रेम गांव के पास के जंगलों में नक्सलियों ने उस पर गोलीबारी शुरू कर दी।

प्रशासन की कोशिश है कि वैसे लोगों पर भी निगरानी रखी जाए जो समाज की मुख्यधारा में रहकर किसी ना किसी तरह 'लाल आतंक' की गलत नीतियों का समर्थन करते हैं।

आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक इन्होंने नक्सलियों के खून-खराबा वाली जिंदगी से तंग आकर इस रास्ते को छोड़ने की ठानी।

बिहार में सरकार अब स्कूलों में डिजिटल इंडिया (Digital India) और ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था कर शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार उच्च विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।

सरकार के साथ प्रशासन भी नकसलवाद पर कड़ा प्रहार करने की योजना बना रहा है। इसीलिए अब नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए बिहार और झारखंड की पुलिस एक साथ काम करेगी।

पुलिस के मुताबिक, उस्सोर पुलिस थाना क्षेत्र के गलगाम गांव के पास एक जंगल से लक्ष्मैया उर्फ लच्छू कट्टम (43) और महिला नक्सली चिम्मा उर्फ चिन्मयी कट्टम (42) को पकड़ा गया।

नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पहली बार मानसून में सुरक्षाबलों ने हर साल की अपेक्षा इस बार सबसे अधिक ऑपरेशन चलाए हैं। जिसमें जवानों को कई बड़ी सफलताएं मिली हैं।

गृह विभाग की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि असीम मंडल की सूचना देने अथवा उसे पकड़वाने वाले को एक करोड़ रुपये दिए जाएंगे। सरकार सूचना देने वाले नाम भी गुप्त रखेगी।

मदनपुर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी के मुताबिक, गुप्त सूचना के आधार पर जुड़ाही के दक्षिण स्थित उत्तरी कोयल नहर के पास सर्च अभियान शुरू किया गया था। इसी बीच जुड़ाही गांव की ओर से एक बाइक पर सवार दो लोग नहर की तरफ आ रहे थे, जो पुलिस को देख भागने लगे।

पड़ोसी राज्यों की पुलिस से बचने के लिए नक्सली जिले के सीमावर्ती इलाकों में घुसने की फिराक में हैं। लेकिन जिले की पुलिस की सक्रियता से उनकी मंशा पूरी नहीं हो पा रही है।

एसपी अजय लिंडा के मुताबिक, एक गुप्त सूचना के आधार पर रांची के कामड़े से पुलिस ने देववंश को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार नक्सली आठ वारदातों का मुख्य आरोपी है।

नक्सलियों ने इस पत्र में सांसद संतोष पांडेय को धमकी देते हुए लिखा है कि आप आदिवासियों से दूर रहें वरना आपकी हत्या कर दी जाएगी। विकास की बात आप शहरों में जाकर करें।

2011 में मध्य विद्यालय परछा के भवन को बारूदी सुरंग से विस्फोट कर उड़ाने, अमहुआ में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ समेत अन्य नक्सली वारदातों में इन नक्सलियों का हाथ रहा है। पुलिस को इनकी तलाश पिछले आठ सालों से थी।

सात साल से फरार नक्सली लोबो सुरीन को छोटानागरा पुलिस ने गिरफ्तार कर 5 सितंबर को जेल भेज दिया। इस नक्सली को सलाई बाजार से गिरफ्तार किया गया।

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