Naxal

इन दिनों कुकानार थाना प्रभारी संजय सिंह के नेतृत्व में पुलिस लगातार स्कूलों में आश्रम, छात्रावासों और गांव-गांव में बाल अपराध तथा बाल अधिकार के संबंध में लगातार बैठकें और कार्यक्रम आयोजित कर एक जन-जागरूकता अभियान चला रही है।

जवानों ने कुकानार थाना क्षेत्र के जोगेरास से नक्सली को गिरफ्तार किया। नक्सली को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।

नक्सलियों का एक दस्ता इस गांव में एक जमीन विवाद का मामला निपटाने के लिए पहुंचा था। चतरा जिला के एसपी अखिलेश वी वारियर को इसकी गुप्त सूचना पहले से ही मिल चुकी थी।

यह खबर आई है कि नक्सली इस मेले में कांवड़ियों के वेश में पुलिस बल पर हमला कर सकते हैं। जी हां, इस बात को लेकर बिहार पुलिस ने अलर्ट जारी किया है। अलर्ट जारी होते ही झारखंड पुलिस भी अब पूरी तरह सतर्क हो गई है।

कुछ दिनों पहले जब ‘जिला रिजर्व गार्ड’ की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान के लिए यहां पहुंची थी तो घबराए नक्सलियों ने अचानक उन पर हमला बोल दिया था। लेकिन जीआरडी के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए 2 नक्सलियों को मार गिराया था।

जिस दिन मकान को उड़ाया गया था, उस दिन अनुज सिंह की मां और भाई को वहां पहुंचना था। यानी माओवादियों ने बड़ी नक्सली योजना बनाई थी, जिससे पूर्व एमएलसी को बड़ी क्षति पहुंचाई जा सके।

समर्पण करने वाले नक्सलियों को खुद ग्रामीणों ने पुलिस के सुपुर्द किया। समर्पण करने वाले नक्सली कई हिंसक घटनाओं में शामिल थे। ये सभी प्रशासन की नीति से प्रभावित होकर नक्सली मुख्यधारा में लौट आए हैं। समर्पण करने वाले सभी नक्सलियों को प्रशासन की पुनर्वास योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।

विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, नक्सल प्रभावित सातों जिलों के प्रत्येक गांव के सरपंच और पंचों को ऊर्जा मित्र की जिम्मेदारी दी जाएगी। कारण ये है कि वे गांवों में अधिक सक्रिय रहते हैं। ये बिजली संबंधी किसी भी समस्या की जानकारी तुरंत जिम्मेदार अधिकारियों को देंगे।

सर्चिंग के दौरान मौके से दोनों नक्सलियों के शव बरामद हुए। साथ ही एक 303 राइफल, एक कट्टा, एक टिफिन बम और अन्य सामान बरामद किया गया।

झारखंड में पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। राज्य के खूंटी जिले के मरंगहादा थाना क्षेत्र के ओमटो गांव में भाकपा माओवादी के पांच सक्रिय नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार नक्सली प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी से जुड़ा हुआ है। स्पेशल टास्क फोर्स को सूचना मिली थी कि शीर्ष नक्सली राजन दा दस्ते का सक्रिय सदस्य दूधनाथ साह बगहा में छिपा हुआ है।

कुछ महीने से मुजफ्फरपुर और शिवहर इलाके में रेखा की चहलकदमी बढ़ गई थी। खुफिया अधिकारियों की भी उस पर नजर थी। कुछ दिन पहले भी वह मीनापुर स्थित अपने घर पहुंची थी। लेकिन, जब तक पुलिस टीम घेराबंदी करती, वह पुलिस के हाथ से निकल गई थी।

टोरी क्षेत्र से कोयले का परिवहन किया जाता है। जिसके लिए नक्सली लेवी वसूलते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से नक्सलियों पर लगाम लग गई है। लोग उनके खौफ से उबरने लगे हैं।

12 जुलाई की सुबह हुई एक मुठभेड़ में जवानों ने एक खूंखार नक्सली को ढेर कर दिया। मारे गए नक्सली के सिर पर पांच लाख रुपए का इनाम था। नक्सली के शव के पास से पुलिस ने एक 303 इंसास राइफल भी बरामद किया है।

बिहार के बाराचट्टी इलाके से एक नक्सली को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए नक्सली का नाम ज्ञानी भोक्ता है। वह भलुआ पंचायत के हरनाही गांव का रहने वाला है और सात साल से फरार चल रहा था।

नक्सलियों ने विधायक को पीटते हुए घर से बाहर निकाला।जब उनके बेटे ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो नक्सलियों ने बेटे और पत्नी पर बंदूक तान दी। साथ ही दोनों की घर से बाहर न निकलने की धमकी दी। फिर वे विधायक राव को अपने साथ ले कर चले गए।

जिन नक्सलियों ने सताए हुए लोगों का मसीहा बनकर हथियार उठाया था, उनका मकसद अब गलत ढंग से पैसे कमाना रह गया है। जिसके लिए वे लोगों को डरा-धमका कर लेवी वसूलते हैं। लेवी के पैसे से नक्सली केवल अपनी संपत्ति बढ़ाने की कोशिश में जुटे हैं।

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