नक्सलवाद का सच

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान के तहत नक्सली (Naxalites) लगातार सरेंडर कर रहे हैं। 5 लाख रुपए के इनामी नक्सली गंगू ने एक बड़ा खुलासा किया है।

Dantewada: नक्सलियों ने सीआरपीएफ के डीआईजी, एसपी और अन्य अधिकारियों के सामने सरेंडर किया। 74 इनामी समेत 293 नक्सली मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं।

झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ अभियान के बीच एक रोचक खबर सामने आई है। यहां एक ऐसा चाचा-भतीजे का रिश्ता सामने आया है।

2019 की तुलना में 2020 में देश में नक्सली (Naxalites) घटनाओं में कमी आई है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, 2020 में देशभर में 665 नक्सली घटनाएं हुई हैं।

दंतेवाड़ा में 2 इनामी नक्सलियों (Naxalites) समेत 16 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। नक्सली किरंदुल थाने में सरेंडर करके मुख्यधारा से जुड़ गए।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। ताजा मामला दंतेवाड़ा जिले का है। यहां 24 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है।

ताजा मामला राजनांदगांव का है। यहां नक्सलियों (Naxalites) ने 2 ग्रामीणों पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया और उनकी हत्या कर दी।

ताजा मामला नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले का है। यहां नक्सलियों (Naxalites) ने सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार की हत्या कर दी है।

एक लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली (Naxalites) लच्छी खरा उर्फ लच्छी उर्फ गीता ने मलकानगिरी के एसपी ऋषिकेश खिलारी के सामने सरेंडर किया।

ये तीनों नक्सली (Naxalites) टीपीसी के सुप्रीमो रविंद्र गंझू के गुर्गे के बताए जाते हैं। इन तीनों ने पुलिस पर फायरिंग की थी, इसमें 3 जवान शहीद हो गए थे।

गश्ती दल जब इलाके की घेराबंदी कर रहा था उस समय नक्सलियों (Naxalites) ने गोलीबारी शुरू कर दी। अधिकारी ने कहा कि सिपाहियों की फायरिंग के फौरन बाद नक्सली हवा में गोलीबारी करते हुये वहां से बच निकले

झारखंड में इन दिनों भाकपा माओवादियों के साथ साथ टीपीसी के कई कुख्यात उग्रवादियों के खिलाफ एनआईए ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है।

गिरफ्तार नक्सली (Naxali) ने इन तमाम अपराधों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। पुलिस ने गिरफ्तार नक्सली के घर से तमाम तरह की नक्सल सामग्री बरामद की है। ऐसे में अब उसकी निशानदेही पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। 

एक नक्सली की पहचान 24 वर्षीय कोरसा मासे उर्फ शांति के रूप में हुई है, उस पर 8 लाख रुपए का इनाम था। वह नक्सली माड़ डिवीजन में कंपनी नंबर एक की सदस्य है।

रामपोदो लोहरा (Rampodo Lohra) 2013 से पहले तक एक नक्सली थे, लेकिन 2013 में उन्होंने ऑपरेशन 'नई दिशाएं' के तहत पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।

नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ हो रही लगातार कार्रवाई से नक्सली संगठन बौखलाए हुए हैं और लगातार अपने संगठन के विस्तार पर जोर दे रहे हैं।

लोन वर्राटू अभियान (घर वापसी) से प्रभावित होकर 4 इनामी नक्सलियों समेत 8 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। खबर की पुष्टि दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने की है।

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