नक्सलवाद का सच

खबर मिली है कि दंतेवाड़ा में रविवार को 3 नक्सलियों (Naxalites) ने सरेंडर किया है, जिसमें से एक नक्सली एक लाख रुपए का इनामी है।

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में जवानों से भरी बस पर हुए नक्सली हमले का मामला तूल पकड़ रहा है। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या नक्सली एक सोची समझी रणनीति के तहत हमले कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। कई नक्सली मारे जा चुके हैं और कई ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वाले नक्सलियों को कई सरकारी योजनाओं का फायदा दिया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई हो रही है। जिसका असर ये हुआ है कि कई बड़े नक्सली मारे जा चुके हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। जिले में 10 मार्च को नक्सली संगठन के सेक्शन कमांडर सहित 5 नक्सलियों ने सरेंडर (Naxals Surrender) कर दिया।

झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxalites) पर पुलिस (Jharkhand Police) की कार्रवाई का असर दिख रहा है। राज्य में प्रतिबंधित टीएसपीसी (TSPC) संगठन को बड़ा झटका लगा है।

नक्सली (Naxalites) की पहचान आयतु काराम के रूप में हुई है। वह मिलिशिया सदस्य के रूप में सक्रिय था।नक्सली आयतु ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर किया।

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के चलगली इलाके में दहशत का नाम बन चुके नक्सली (Naxalites) जोनल कमांडर सीताराम की अनोखी कहानी सामने आई है।

5 सालों तक गया और औरंगाबाद में आतंक फैला चुके सब जोनल कमांडर और नक्सली (Naxalites) संजय सिंह भोक्ता उर्फ राकेश ने सरेंडर कर दिया।

जीवन कंडुलना (Jeevan Kandulna) 2009 में निर्मल के दस्ते में शामिल हुआ और कुछ दिनों बाद बहन के रेप में शामिल युवकों से बदला लिया।

नक्सलवाद एक खोखली विचारधारा है, इस बात को नक्सली (Naxalites) समझ रहे हैं और उनके सरेंडर करने का सिलसिला भी जारी है।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। ताजा मामला दंतेवाड़ा जिले का है। एक इनामी समेत 3 नक्सलियों ने सरेंडर किया है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों (Naxalites) ने एक घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है। उन्होंने सरेंडर करने वाले एक नक्सली के पिता की हत्या कर दी है।

झारखंड पुलिस को नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। 10 लाख के इनामी हार्डकोर नक्सली जीवन कंडुलना ने रांची पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा जिले में 'लोन वरार्टू' अभियान के तहत आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों (Naxals) ने संगठनों (Naxal Organization) के काले सच का खुलासा किया है।

छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh) को नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी मिली है। दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पांच 15 लाख रुपये के इनामी सहित छह नक्सलियों ने 19 फरवरी को 'लोन वर्राटू' (घर वापसी) अभियान के तहत आत्मसमर्पण कर दिया। 

ये खबर 25 लाख के पूर्व इनामी (Naxalites) नक्सली विष्णु देव यादव उर्फ छोटा विकास उर्फ चश्मा विकास उर्फ दिनेश उर्फ उमेश के बारे में है।

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