इस गांव की महिलाओं पर नहीं चला नक्सलियों का जोर, बना दिया नदी पर पुल
महिलाओं ने दिखाई हिम्मत, अपने दम पर बनाया नदी पर पुल, नदी जल संग्रह से शुरू किया कृषि कार्य, गांव में आई हरियाली ।
सामुदायिक रेडियो से जुड़ेंगे नक्सल प्रभावित इलाके, 118 नए स्टेशंस को मंजूरी
सामुदायिक रेडियो 10 से 15 किलोमीटर के दायरे के इलाके में लो फ्रीकेंवसी में काम करने वाले एफएम रेडियो स्टेशन हैं। सीआरएस कृषि संबंधी सूचनाओं, मौसम का पूर्वानुमान और फसल संबंधी जानकारियों के लिए उपयोगी साबित होते हैं।
नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की बहार, मुफ्त डीडी रिसीवर बांटेगी झारखंड सरकार
सरकार विकास योजनाओं से जन-जन को जागरूक करने के लिए झारखंड सरकार ने एक नई पहल की है। राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में टेलीविजन के माध्यम से सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए सरकार मुफ्त में डीडी रिसीवर बांटेगी।
अनुच्छेद 370 के बाद अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों पर है सरकार की नजर, गृहमंत्री ने बुलाई बैठक
गृह मंत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल हो सकते हैं। जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति को सामान्य बनाए रखने में डोभाल की अहम भूमिका रही है।
तेजी से दौड़ रहा विकास का पहिया, सुस्त पड़ रही नक्सलवाद की रफ्तार
नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की रफ्तार तेज करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न सामाजिक और आर्थिक उपायों का सकारात्मक और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ा है। आंकड़े इसकी गवाही देते हैं।
नक्सल प्रभावित इलाकों के युवाओं को मिला तोहफा, कौशल विकास योजना का हुआ विस्तार
इस योजना के तहत सरकार की कोशिश होती है कि नक्सली हिंसा प्रभावित इलाकों में रहने वाले युवाओं में कौशल का विकास किया जाए ताकि वो रोजगार पाने में सक्षम बन सके।
Govt presses ahead with Skill development & vocational initiatives in Naxal areas
For the holistic development of Left Wing Extremist (LWE) affected areas, various schemes are being implemented by the line ministries and departments. Some of the major development initiatives are being undertaken in the areas of skill development.
पुलिस की इस पहल को सलाम, नक्सल प्रभावित इलाके के बच्चों के लिए कर रहे हैं ये काम
इन क्षेत्रों मे तैनात पुलिस बलों को किन कठिन परिस्थितियों में रहना पड़ता है, कहने की जरूरत नहीं है। आए दिन हमारे जवान इन इलाकों में नक्सलियों की हिंसा का शिकार होते हैं। लेकिन इन सब मुश्किलों से जूझते हुए भी वे अपनी ड्यूटी को बखूबी अंजाम देते हैं।
सुरक्षाबलों की शानदार पहल, अब संवरेगा इलाके के बच्चों का भविष्य
गांव वालों की बात सुनकर जवानों ने उस स्कूल को फिर से खोलने की योजना बनाई। उन्होंने 2016 से बंद प्राथमिक स्कूल को दोबारा खुलवाया। स्कूल खुलने पर एसपी डॉ. लाल उमेद सिंह और जवानों ने बच्चों को किताबें और यूनिफॉर्म बांटी।
′सौभाग्य′ ने बदली नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की किस्मत, आदिवासियों की जिंदगी में उजाला
सरकार और प्रशासन की निरंतर कोशिशों के बाद आज नक्सल प्रभावित इलाकों की सूरत बदल गई है।
नक्सलियों को रास ना आया विकास, जमकर मचाया तांडव
खुद को आदिवासियों का मसीहा बताने वाले नक्सली नहीं चाहते कि स्थानीय लोग समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
नक्सली इलाकों में हो रही गांजे की तस्करी, पुलिस ने बड़ा खेप पकड़ा
आंध्र प्रदेश पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। राज्य के धुर नक्सल प्रभावित पूर्व गोदावरी जिले में पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा बरामद किया है।
नक्सलियों की नापाक हरकत, गिरिडीह में सड़क निर्माण को रोकने के लिए मचाया तांडव
कभी हक के लिए हथियार उठाने वाले नक्सली अब अपराधियों का संगठित गिरोह बन चुके हैं। ऐसे अपराधी जिनका काम सिर्फ लूट-पाट और हिंसा फैलाना रह गया है। लोकतंत्र में विश्वास है नहीं और विकास से डर लगता है इन्हें।
Loksabha Election 2019: बस्तर में वोटिंग करा कर लौट रहे मतदान कर्मियों पर नक्सली हमला
बस्तर लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान नक्सलियों ने चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश की। नक्सलियों ने मतदान दल पर ओरछा हेलीपेड के पास फायरिंग की। दल के सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली के मारे जाने की भी खबर है।
नक्सलियों के चुनावी बहिष्कार को ठेंगा दिखाते ग्रामीण आदिवासी
नक्सली क्षेत्रों में रहने वाले लोग नक्सलियों से बिना खौफ खाए मताधिकार का प्रयोग करने लगभग 30 किलोमीटर पैदल चलकर भी जाते हैं। इनका ये जज़्बा नक्सलवाद और इसके समर्थकों के मुंह पर जोरदार तमाचा है। छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा क्षेत्र में आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां के मतदाता 90 किलोमीटर तक का सफर तय कर वोट डालने जाते हैं।
नक्सल प्रभावित बीजापुर में CRPF ने खोला पहला पशु-चिकित्सालय
छत्तीसगढ़ के धुर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर, जहां के गांवों में वेटनरी डॉक्टर की कोई सुविधा नहीं थी। ग्रामीण अपने पशुओं का उपचार नहीं करा पाते थे। वहां सीआरपीएफ ने लोगों की समस्या का हल निकाल दिया। सीआरपीएफ ने पहली बार गंगालूर इलाके के पामलवाया में पशु चिकित्सा केंद्र की स्थापना की है। यह देश का पहला पशु औषधालय है जिसको सीआरपीएफ ने खोला है।
तेजी से दौड़ रही विकास की रेल, बेपटरी हो रहा नक्सलियों का खेल
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियां में पिछले कुछ सालों में लगातार उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। बीते सालों में केंद्र सरकार द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाई जा रही बहुआयामी रणनीति का असर साफ तौर पर देखा जा सकता है।