Explosives

मारे गये तीन नक्सलियों में से दो की पहचान टीएसपीसी के जोनल कमांडर जितेंद्र यादव और चंचल सिंह के तौर पर की गई है लेकिन तीसरे नक्सली की अभी पहचान नहीं हो पाई है। 

नक्सल नेता मिथलेश औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र के विष्णुपुर खैरा गांव का रहने वाला है। वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहा है और इलाज कराने के लिए जा रहा था तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

सुरक्षाबलों ने करीब 15-15 किलो के दो केन बम को जब्त कर माओवादियों (Maoists) के मनसूबों पर पानी फेर दिया।

टॉप नक्सल कमांडर और नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने पूरे राज्य में एक सप्ताह का प्रतिरोध सप्ताह मनाने की घोषणा की है।

नक्सली विजय (Naxali Vijay) के पास किसी भी तरह का हथियार नहीं मिला लेकिन पुलिस के पास इसके खिलाफ काफी सबूत हैं। साथ ही पुलिस आस-पास के थानों से भी नक्सली विजय का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।

सुरक्षाबलों ने संगइ लेवी वसूलने वाले तीन नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया जिनकी पहचान गुदड़ी के रमाय भैंसा, गुदड़ी के ही दामु बरजो और चाईबासा में गुदड़ी के ही मंगरा टुटी के रूप में की गयी है।

गुप्त सूचना मिली थी कि एक नक्सली हथियारों की सप्लाई के लिए पिंडीग की तरफ जा रहा है। इसी के आलोक में एक टीम बनाकर पुलिस ने नक्सली हिंदुवा होरो (Naxali) को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस की ओर से जवाबी गोलीबारी होने पर टीएसपीसी के सभी नक्सली (Naxalites) फरार हो गये। मुठभेड़ आधे घंटे तक चली, इसमें दोनों तरफ से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ।

एसएसपी के मुताबिक, इन लैंडमाइंस (Land Mines) और सड़क पर बिछाए गए तार को देखकर लग रहा है कि बीते 5 महीने पहले इसे बिछाया गया था। पुलिस पार्टी की कार्रवाई जारी है।

पुलिस अधीक्षक अमित रेणु के अनुसार नक्सलियों (Naxalites) ने पुलिस को निशाना बनाने के लिए यह बम पुलिया में लगाया था, लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर बम को बरामद कर इसे निष्क्रिय कर दिया गया

Jharkhand: छापामारी दल ने वैन को रोकने की कोशिश की तो उसका चालक उतरकर भागने लगा। अंधेरे की वजह से चालक भागने में सफल रहा।

यह भी पढ़ें