बीजापुर नक्सली हमले का फिल्मों पर असर, एंटी टेररिस्ट फोरम ने दायर की इन फिल्मों पर रोक की याचिका
नक्सल (Naxalites) पृष्ठभूमि पर बन रही कुछ फिल्मों को लेकर आतंकवाद विरोधी फोरम (Anti-Terrorism Forum) ने सेंसर बोर्ड में याचिका दायर की है।
पेट में गोली लगने के बावजूद नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे थे शहीद दीपक भारद्वाज, देखें VIDEO
बीजापुर में तैनात डीएसपी अभिषेक सिंह ने नक्सली हमले में शहीद हुए दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) की जांबाजी का किस्सा साझा किया है।
बंधक बनाए गए कोबरा कमांडो को नक्सलियों ने किया रिहा, देखें VIDEO
Bijapur Encounter: रिहाई के बाद राकेश्वर सिंह का मेडिकल चेकअप किया गया। उन्हें रिहाई मिलने के बाद तर्रेम में 168वीं बटालियन के कैंप में ले जाया गया।
Bijapur Encounter: नक्सली हमले में शहीद हुए दीपक भारद्वाज, बीते साल ही हुई थी शादी; देखें VIDEO
उनकी शहादत की खबर सुनकर पूरे घर में मातम छा गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बता दें कि दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) उप निरीक्षक के पद पर तैनात थे।
Bijapur Sukma Encounter: जवान की रिहाई से देश में खुशी की लहर, जानें कितनी घातक है कोबरा टास्क फोर्स
बीजापुर नक्सली मुठभेड़ के बाद आखिरकार 5 दिन बाद नक्सलियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास 8 अप्रैल को आजाद हो गए। नक्सलियों (Naxalites) ने उन्हें करीब चार बजे रिहा कर दिया।
नक्सली हमले में शहीद जवानों पर विवादित टिप्पणी करने पर असम की लेखिका गिरफ्तार, पुलिस अधिकारी ने सोशल मीडिया पर पूछा ये सवाल
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में शहीद जवानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में असम पुलिस ने 48 वर्षीय लेखिका को गिरफ्तार किया है।
पेट में गोली लगने के बावजूद नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे थे शहीद दीपक भारद्वाज, पुलिस अधिकारी ने बताई पूरी कहानी
बीजापुर में तैनात डीएसपी अभिषेक सिंह ने नक्सली हमले में शहीद हुए दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) की जांबाजी का किस्सा साझा किया है।
Chhattisgarh: कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह की रिहाई के पीछे क्या है वजह?
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में हमारे 22 जवान शहीद हो गए थे। कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह ((Rakeshwar Singh Manhas) हमले के बाद से ही लापता थे।
कौन हैं नक्सलियों की गिरफ्त से रिहा हुए कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह? जानें पांच दिनों का घटनाक्रम
देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए तैनात कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas) को 3 अप्रैल के दिन नक्सलियों ने अगवा कर लिया था।
Bijapur Sukma Encounter: कोबरा कमांडो की रिहाई के बाद सामने आया पत्नी का बयान, कही ये बात
बीजापुर नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) के बाद पांच दिन तक नक्सलियों (Naxalites) की कैद में रहे कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas) रिहा कर दिए गए हैं।
Bijapur Sukma Encounter: जवान राकेश्वर सिंह मनहास की रिहाई से देश में खुशी की लहर, जानें कितनी घातक है कोबरा टास्क फोर्स
बीजापुर नक्सली मुठभेड़ के बाद आखिरकार 5 दिन बाद नक्सलियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास 8 अप्रैल को आजाद हो गए। नक्सलियों (Naxalites) ने उन्हें करीब चार बजे रिहा कर दिया।
नक्सलियों ने जारी की अगवा CRPF जवान की तस्वीर, कमांडो की हेल्थ को लेकर हुआ बड़ा खुलासा
सीआरपीएफ (CRPF) कमांडो राकेश्वर सिंह की फोटो जारी कर नक्सलियों ने कहा है कि जवान सुरक्षित है। बता दें कि नक्सलियों ने कुछ स्थानीय मीडियाकर्मियों को एक पत्र जारी कर कहा था कि लापात जवान उनके कब्जे है।
नक्सलियों को जड़ से उखाड़ने के लिए ऑपरेशन में शामिल हुए थे 2 हजार जवान, देखें VIDEO
छत्तीसगढ़ के नक्सल (Naxalites) प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले (Sukma) के बॉर्डर पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई भीषण मुठभेड़ में नक्सलियों को काफी नुकसान पहुंचा है।
छत्तीसगढ़ नक्सली हमले के मास्टरमाइंड हिडमा के बारे में कम ही लोग जानते हैं ये बातें, देखें VIDEO
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Bijapur Naxal Attack) को अंजाम देने के पीछे 25 लाख के इनामी कुख्यात नक्सली कमांडर हिडमा (Hidma) का हाथ बताया जा रहा है।
नक्सलियों के खिलाफ रणनीति पर बोले DGP डीएम अवस्थी, कही ये बात
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) के बाद नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज किया गया है। हमले के बाद ये सवाल खड़े हो रहे हैं कि कहां चूक हुई?
Bijapur Sukma Encounter: मुठभेड़ में 2 भाई ले रहे थे नक्सलियों से लोहा, एक हो गया शहीद
बीजापुर-सुकमा सीमा पर नक्सली मुठभेड़ (Bijapur Sukma Encounter) हुई थी। इस मुठभेड़ में हमारे 22 जवान शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में डीआरजी (DRG) के दो भाइयों ने हिस्सा लिया था, जिनमें एक शहीद हो गया।
Bijapur Sukma Encounter: जंगलों से निकले नक्सली और कर दी ताबड़तोड़ फायरिंग, गांव वालों ने सुनाई उस दिन की आंखों-देखी
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा-बीजापुर सीमा पर 3 अप्रैल को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ (Bijapur Sukma Encounter) में 22 जवान शहीद हो गए।