Bijapur Sukma Encounter

नक्सल (Naxalites) पृष्ठभूमि पर बन रही कुछ फिल्मों को लेकर आतंकवाद विरोधी फोरम (Anti-Terrorism Forum) ने सेंसर बोर्ड में याचिका दायर की है।

बीजापुर में तैनात डीएसपी अभिषेक सिंह ने नक्सली हमले में शहीद हुए दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) की जांबाजी का किस्सा साझा किया है।

Bijapur Encounter: रिहाई के बाद राकेश्वर सिंह का मेडिकल चेकअप किया गया। उन्हें रिहाई मिलने के बाद तर्रेम में 168वीं बटालियन के कैंप में ले जाया गया।

उनकी शहादत की खबर सुनकर पूरे घर में मातम छा गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बता दें कि दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) उप निरीक्षक के पद पर तैनात थे।

बीजापुर नक्सली मुठभेड़ के बाद आखिरकार 5 दिन बाद नक्सलियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास 8 अप्रैल को आजाद हो गए। नक्सलियों (Naxalites) ने उन्हें करीब चार बजे रिहा कर दिया।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में शहीद जवानों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में असम पुलिस ने 48 वर्षीय लेखिका को गिरफ्तार किया है।

बीजापुर में तैनात डीएसपी अभिषेक सिंह ने नक्सली हमले में शहीद हुए दीपक भारद्वाज (Deepak Bhardwaj) की जांबाजी का किस्सा साझा किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) में हमारे 22 जवान शहीद हो गए थे। कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह ((Rakeshwar Singh Manhas) हमले के बाद से ही लापता थे।

देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए तैनात कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas)  को 3 अप्रैल के दिन नक्सलियों ने अगवा कर लिया था।

बीजापुर नक्सली मुठभेड़ (Naxal Encounter) के बाद पांच दिन तक नक्सलियों (Naxalites) की कैद में रहे कोबरा कमांडो (CoBRA Commando) राकेश्वर सिंह मनहास (Rakeshwar Singh Manhas) रिहा कर दिए गए हैं।

बीजापुर नक्सली मुठभेड़ के बाद आखिरकार 5 दिन बाद नक्सलियों की कैद से कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास 8 अप्रैल को आजाद हो गए। नक्सलियों (Naxalites) ने उन्हें करीब चार बजे रिहा कर दिया।

सीआरपीएफ (CRPF) कमांडो राकेश्वर सिंह की फोटो जारी कर नक्सलियों ने कहा है कि जवान सुरक्षित है। बता दें कि नक्सलियों ने कुछ स्थानीय मीडियाकर्मियों को एक पत्र जारी कर कहा था कि लापात जवान उनके कब्जे है।

छत्तीसगढ़ के नक्सल (Naxalites) प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले (Sukma) के बॉर्डर पर सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई भीषण मुठभेड़ में नक्सलियों को काफी नुकसान पहुंचा है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर में 3 अप्रैल को हुए नक्सली हमले (Bijapur Naxal Attack) को अंजाम देने के पीछे 25 लाख के इनामी कुख्यात नक्सली कमांडर हिडमा (Hidma) का हाथ बताया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले (Naxal Attack) के बाद नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज किया गया है। हमले के बाद ये सवाल खड़े हो रहे हैं कि कहां चूक हुई?

बीजापुर-सुकमा सीमा पर नक्सली मुठभेड़ (Bijapur Sukma Encounter) हुई थी। इस मुठभेड़ में हमारे 22 जवान शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में डीआरजी (DRG) के दो भाइयों ने हिस्सा लिया था, जिनमें एक शहीद हो गया।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सुकमा-बीजापुर सीमा पर 3 अप्रैल को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ (Bijapur Sukma Encounter) में 22 जवान शहीद हो गए।

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