Indian Army की दरियादिली, गलती से LoC पार कर आए 3 नाबालिगों को वापस भेजा

Indian Army ने दो दिन पहले नियंत्रण रेखा (Line of Control) पार करके भारतीय सीमा में गलती से आने वाले 9 से 17 साल की उम्र के तीन नाबालिगों को 20 अगस्त को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में वापस भेज दिया।

Indian Army

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बातचीत करने पर तीनों बच्चों ने भारतीय सेना (Indian Army) को बताया कि वो नियंत्रण रेखा के पार छत्र और त्रोती धर्मशाला के हैं और नदी से रेत की खुदाई करने वाले मजदूर हैं।

भारतीय सेना (Indian Army) ने सीमा पर एक बार फिर दरियादिली दिखाई है। दो दिन पहले नियंत्रण रेखा (Line of Control) पार करके भारतीय सीमा में गलती से आने वाले 9 से 17 साल की उम्र के तीन नाबालिगों को 20 अगस्त को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (पीओजेके) में वापस भेज दिया।

डिफेंस विंग की तरफ से 20 अगस्त को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सैनिकों ने एलओसी के भारतीय हिस्से में एक संदिग्ध गतिविधि देखी। 18 अगस्त को हुई इस घटना में तीनों नाबालिगों को सिपाहियों ने तुरंत घेर लिया और उन्हें पकड़ लिया।

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बयान में बताया गया है कि एक चौथा बच्चा भी था जो भारतीय सीमा में आ गया था, लेकिन वो नियंत्रण रेखा से भागने में सफल रहा। हालांकि, भारतीय सैनिकों ने वहां गोली नहीं चलाई।

जानकारी के अनुसार, बातचीत करने पर तीनों बच्चों ने Indian Army को बताया कि वो नियंत्रण रेखा के पार छत्र और त्रोती धर्मशाला के हैं। उन्होंने कहा कि वो नदी से रेत की खुदाई करने वाले मजदूर हैं और कहा कि उन्होंने मछली पकड़ने के लिए एलओसी पार किया।

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जानकारी के मुताबिक, पुंछ जिले के चक्कां दा बाग क्षेत्र में शून्य रेखा के पास पकड़े गए तीन में से दो सगे भाई हैं। इनकी पहचान धनयाल मलिक (17) पुत्र मोहम्मद नियाज अली निवासी गांव लस्सीमंग छातरा जिला फरवर्ड कोहटा, अरबाज रहीम (13) पुत्र अब्दुल रहीम और उसका भाई उमर रहीम (9) के रूप में हुई है। तीनों पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं। 

इसके बाद उन्हें खिलौने और अन्य सामान देकर पाकिस्तान को सौंप दिया। केजी ब्रिगेड के कमांडर ने बताया कि तीनों बच्चों को पाकिस्तानी अधिकारियों को सुरक्षित सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि सीमा पर जवान सतर्क हैं। वह हर स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।    

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बता दें कि इस तरह की एक घटना पिछले साल दिसंबर में भी हुई थी, जब गलती से सीमा पार कर आईं तीन लड़कियों को भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने पीओजेके में वापस भेज दिया था।

कमांडर, 10 इन्फैंट्री केजी ब्रिगेड ने बताया कि 18 अगस्त को अपराह्न करीब 3:45 बजे नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सेना के जवानों ने कुछ संदिग्ध गतिविधि देखी। तुरंत मोर्चा संभालकर तीन बच्चों को पकड़ लिया गया। कमांडर ने बताया कि ये तीनों बच्चे मछली पकड़ने के इरादे से निकले थे और अनजाने में नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा में आ गए।

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अधिकारी ने कहा कि इनके साथ एक और व्यक्ति था, जो  वापस लौट गया था। पूर्व में सीमा पार कर भारत आईं दो लड़कियों सना और लाईबा की तरह इन बच्चों को वापस भेजा गया है। इससे पहले बीते साल छह दिसंबर और 31 दिसंबर को भी दो पाकिस्तानी नागिरक भारतीय सीमा में घुस आए थे, जिन्हें वापस भेजा गया था।

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