Remembering Mohammad Rafi: जिंदगी के आखिर दिन भी गाने में व्यस्त थे सुरों के सरताज मोहम्मद रफी
मोहम्मद रफी (Mohammad Rafi) की आवाज के बिना हिंदी संगीत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उनके शास्त्रीय संगीत पर आधारित गीतों की अद्भुत दुनिया है।
देवकीनन्दन खत्री : किस्सागोई के जादूगर थे हिंदी भाषा के पहले तिलिस्म लेखक
देवकीनन्दन खत्री (Devkinandan Khatri) के सृजनात्मक सरोकार अपने समकालीन लेखकों से भिन्न थे। उन्होंने न तो तत्कालीन जीवन के वैविध्य पहलुओं को अपने लेखन में समेटा, न ही साहित्य की उत्कृष्टता के मानदण्डों पर रचना विधान को कसा।
मो. रफी पुण्यतिथि विशेष: ‘हां, तुम मुझे यूं भुला न पाओगे… जब कभी भी सुनोगे गीते मेरे… संग-संग तुम भी गुनगुनाओगे’
मोहम्मद रफी (Mohammad Rafi) की आवाज के बिना हिंदी संगीत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उनके शास्त्रीय संगीत पर आधारित गीतों की अद्भुत दुनिया है।
Today History (31 July): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: मोहम्मद रफी को अपने गांव की गली में गाने वाले फ़क़ीर की आवाज़ सुनकर गाने की प्रेरणा मिली थी। कहा जाता है कि उस फक़ीर ने रफी साहब को आशीर्वाद दिया था कि यह लड़का आगे चलकर खूब नाम कमाएगा।
डॉ मुत्तु लक्ष्मी रेड्डी जयंती विशेष: भारत की ऐसी बेटी जिसने कई क्षेत्रों में ‘देश की पहली महिला’ का गौरव हासिल किया
डॉ. मुत्तू लक्ष्मी रेड्डी लड़कों के स्कूल में पढ़ने वाली पहली लड़की, डॉक्टर बनने वाली पहली महिला, विधानसभा की पहली सदस्य और उपाध्यक्ष बनने वाली पहली महिला थीं।
Today History (30 July): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था?
Today History: डॉ. मुत्तू लक्ष्मी (Muthulakshmi Reddy) महिला संगठनों से जीवनपर्यंत जुड़ी रहीं। एनीबेसेंट की मृत्यु के बाद 'भारतीय महिला संगठन' की अध्यक्ष वही बनीं।
आज ही के दिन हुई थी राजकुमार चार्ल्स और डायना की शादी, इस वजह से हुए थे अलग
चार्ल्स (Prince Charles) से अलगाव के बाद जब डायना (Diana) ने प्रेस के सामने अपना घरेलू रोना रोया, तब आम आदमी की रुचि इसमें और बढ़ी। ब्रिटेन के टेब्लॉइडों की बाकी दुनिया में धूम मची, खोजी पत्रकारों की संख्या में वृद्धि हुई।
पुण्यतिथि विशेष: महिला हितों के लिए लड़ने वाले मसीहा थे ईश्वरचंद्र विद्यासागर, की थी ये पहल
करीब 13 साल तक संस्कृत कॉलेज से अध्यापन कार्य करने के बाद 1841 में वह कोलकाता के फोर्ट विलियम्स कॉलेज में पढ़ाने लगे थे।
Today History (29 July): जानें आज के दिन देश और दुनिया में क्या हुआ था
Today History: ईश्वरचंद्र विद्यासागर (Ishwar Chandra Vidyasagar) का जन्म बंगाल के वीरसिंह गांव में 26 सितंबर 1820 क एक गरीब ब्राह्मण के घर हुआ था। ईश्वर के पिता का नाम ठाकुरदास बंदोपाध्याय और माता का नाम भगवती देवी था। इनके बचपन का नाम ईश्वरचंद्र बंदोपाध्याय था।
पुण्यतिथि विशेष: किसी भाषा और संस्कृति के दायरे में बंधी हुई नहीं थीं महाश्वेता देवी की रचनाएं
महाश्वेता देवी (Mahashweta Devi) की रचनाओं को पढ़ते हुए जमीनी हकीकत और कड़वे सच इस कदर महसूस होने लगते हैं, जो सीधे-सीधे पाठकों के दिलो-दिमाग में उतर जाते हैं।
Today History (28 July): पुण्यतिथि विशेष- भारत की मशहूर सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका थीं महाश्वेता देवी
Today History: महाश्वेता देवी जी की पारिवारिक जिंदगी बहुत स्थिर नहीं रही। उनकी शादी बहुत लंबी नहीं टिक सकी।
APJ Abdul Kalam: एपीजे अब्दुल कलाम की जिंदगी के अनसुने किस्से, जानिए कैसे थे मिसाइल मैन के आखिरी पल
एक इंजीनियर, रॉकेट वैज्ञानिक, मिसाइल मैन, शिक्षक और याद आने वाले सबसे प्रेरक राष्ट्रपति - अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम (Abdul Kalam) इन सब से भी बढ़कर थे।
पुण्यतिथि विशेष: “ख्वाब वो नहीं होते, जो आप सोते वक्त देखते हैं…ख्वाब वो होते हैं जो आपको सोने नहीं देते”- डॉ कलाम
एक इंजीनियर, रॉकेट वैज्ञानिक, मिसाइल मैन, शिक्षक और याद आने वाले सबसे प्रेरक राष्ट्रपति - अबुल पाकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम (Abdul Kalam) इन सब से भी बढ़कर थे।
Today History (27 July): पुण्यतिथि विशेष- भारत के ‘मिसाइलमैन’ अब्दुल कलाम को दुनिया करती है सलाम
Today History: डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को दुनिया एक महान वैज्ञानिक के रूप में जानती है। परमाणु शक्ति-संपन्नता से लेकर ‘मिशन मून’ और ‘अग्नि-V’ तक भारत की वैज्ञानिक उपलब्धिया डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के कुशल नेतृत्व क्षमता का ही उदाहरण है।
जयंती विशेष: दलित और पिछड़ी जाति के दर्द को समझते थे छत्रपति शाहू महाराज, किया था ये खास काम
शाहू जी (Chhatrapati Shahu Maharaj) ने 1911 में 'सत्य शोधक समाज' की स्थापना की। कोल्हापुर में सत्यशोधक पाठशाला चलाई। इससे पहले 1873 में ज्योतिबा फुले भी महाराष्ट्र में 'सत्यशोधक समाज' की स्थापना कर चुके थे। जाति-पाति के विरुद्ध इसी आंदोलन को शाहू जी ने अपनी रियासत में आगे बढ़ाया।
Today History (26 July): महाराष्ट्र के प्रसिद्ध समाज सुधारक और दलितों के मसीहा थे छत्रपति शाहू जी महाराज
Today History: शाहू जी (Chhatrapati Shahu Maharaj) का जन्म 26 जुलाई, 1874 ई. को हुआ था। उनके पिता का नाम श्रीमंत जयसिंह राव आबासाहब घाटले था। छत्रपति का बचपन का नाम यशवंत राव था। उनकी शिक्षा राजकोट के राजकुमार महाविद्यालय और धारवाड़ में हुई।
Birthday Special Manoj Kumar: बॉलीवुड को देशभक्ति के रंग से कर दिया सराबोर
आप जब भी मनोज कुमार (Manoj Kumar) को याद करेंगे तो उनसे ज्यादा उनकी फिल्मों के दूसरे चरित्र ज्यादा याद आते हैं, जो उनसे ज्यादा सशक्त दिखाई देते हैं उनकी सबसे ज्यादा लोकप्रिय फिल्म 'उपकार' का उदाहरण लीजिए। उपकार को याद करने पर मनोज कुमार नहीं, प्राण ज्यादा याद आते हैं। वह ईमानदार, भावुक, साहसी और अपंग चरित्र।