झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में खुलेंगे 220 नए डाकघर, केंद्र सरकार की बड़ी योजना
झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों की बेहतरी की दिशा में केंद्र सरकार ने एक नया कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 220 नये डाकघर खोलने की मंजूरी दी है। इन सभी डाकघरों में कोर बैंकिंग, माइक्रो एटीएम सहित अन्य तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
नक्सलियों की अब खैर नहीं, मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या में 21.3 फीसदी इजाफा
पिछले 5 सालों में मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या में 21.3 फीसदी इजाफा हुआ है। देखिए कैसे नक्सली बैकफुट पर आते जा रहे हैं।
बैकफुट पर नक्सली, सुरक्षाबलों के खिलाफ हमलों में 41 फीसदी की कमी
नक्सलवाद देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा रहा है। पर बीते पांच सालों में नक्सलियों की कमर टूट गई है। आंकड़ों की मानें तो नक्सली अब बैकफुट पर आ गए हैं।
चेतावनी! नक्सलियों से निपटने के लिए हो सकती है सेना की तैनाती, नक्सलवाद के प्रति केंद्र का रवैया बेहद सख्त
सरकार नक्सली हिंसा से निपटने के लिए नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सेना की तैनाती पर विचार कर सकती है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार की लचीली पुनर्वास योजनाओं का लाभ लेकर नक्सली मुख्यधारा में लौट आएं।
अच्छी खबर! पिछले 5 साल में टूटी नक्सलवाद की कमर, जरूरी है मगर चौकसी
बीते 5 साल के आंकड़ों ने नक्सलवाद का दंश झेल रहे लोगों को आशा की किरण दिखाई है। ये किरण धुंधली नहीं पड़नी चाहिए। किसी भी कीमत पर कोताही नहीं बरती जानी चाहिए क्योंकि अगर कोई भी कसर बाकी रह गई तो नक्सली फिर से मजबूत होने लगेंगे और ये कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
पिछले 5 सालों में नक्सली वारदातों में आई जबरदस्त कमी, जानिए कितने नक्सलियों का हुआ सफाया
आंकड़ों के मुताबिक नक्सली हिंसा की घटनाओं और इनमें होने वाली मौतों में पिछले पांच सालों में काफी कमी आई है। 2009-13 के बीच ऐसी घटनाएं जहां 60.4 फीसदी हुईं वहीं पिछले पांच सालों में यह आकंड़ा घट कर 43.4 फीसदी पर आ गया है।
नक्सल प्रभावित सुकमा के इन गांवों में 13 साल बाद खुले स्कूल, दहशत के आगे जीत है
13 साल से इस इलाके में स्कूल बंद पड़े थे। नक्सलियों ने भारी तबाही मचाई थी। अब सूरत बदलने लगी है। पढ़ने के लिए बच्चों को दूसरी जगह नहीं जाना होगा।
छत्तीसगढ़: नक्सली इलाकों में बिछेगा सड़कों का जाल, सरकार ने बनाया बड़ा प्लान
बस्तर संभाग के सात जिलों में बनेंगी 504 किलोमीटर लंबी सड़कें
नक्सलवाद का सफाया करने में प्रशासन की मदद करेंगे पूर्व नक्सली, दोबारा हथियार उठाने की तैयारी
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में जल्द ही 210 पूर्व नक्सलियों को पुलिस विभाग का नियुक्ति-पत्र सौंपा जाएगा। जो नक्सली कभी शासन-व्यवस्था के खिलाफ हथियार उठाते थे, अब वही सरकारी बंदूक लेकर नक्सलियों से लोहा लेंगे।
इनामी नक्सली ने बताया, सुधा भारद्वाज, वरवरा राव, वर्नॉन गोंजाल्विस का नक्सल कनेक्शन!
संगठन में पहाड़ सिंह ने अपने नाम के मुताबिक ही काम किया। उसने कई संगीन नक्सली वारदातों को अंजाम दिए जिसमें हत्या, लेवी वसूली, अपहरण जैसे घिनौने काम शामिल हैं।
15 लाख के इनामी को जिंदा या मुर्दा पकड़ना चाहती है पुलिस, घरवाले लौटने की लगा रहे फरियाद
एक गलत फैसले से उसकी पत्नी पुनीता देवी की पूरी जिंदगी ही नर्क बन गई है। पुनीता देवी का कहना है कि बहुत साल पहले वो एक बार कर्म डी के जंगलों में प्रदीप से मिली थीं। उस वक्त भी उन्होंने प्रदीप से कहा था कि वो मुख्यधारा में लौट आए।
मासूमों को बनाता था नक्सली (Naxali), अब पुलिस के सामने उगल रहा साथियों का राज
पुलिस ने नक्सल ठिकानों से एक एलएमजी, एक एके-47, एक SLR, 3 इंसास, 6 रायफल, 7 वॉकी टॉकी, 3347 राउंड कारतूस, 32 मैगजीन, 10 बंडल कोडेक्स वायर और 20 थान काला सूती कपड़ा सहित अन्य सामान बरामद किए हैं।
बिहार के गया में नक्सलियों ने भाजपा नेता के घर को डायनामाइट से उड़ाया
नक्सलियों की काली करतूत एक बार फिर सामने आई है। नक्सलियों ने बिहार के गया जिले में भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व विधान पार्षद के घर को डायनामाइट से उड़ा दिया है। घटना के बाद वहां नक्सलियों ने पर्चे भी छोड़े जिसमें आगामी लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की बात कही गई है।
Naxals squeezed out as Govt pushes for development
A multi pronged strategy against left wing extremism (LWE) by the central government these last few years has resulted in a consistent decline in incidents of violence in Naxal affected areas.
ज़िंदगी की तलाश में इनामी नक्सली सोनमती ने किया सरेंडर
सोनमती एक प्रशिक्षित नक्सली है। उस पर एक लाख का इनाम भी घोषित था। वह साल 2016 में नक्सली संगठन से जुड़ी।
नक्सलग्रस्त दंतेवाड़ा के कावड़गांव को वालीबॉल दे रहा नई पहचान
नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा का कावड़गांव के युवा पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। खासकर वालीबॉल के लिए तो यहां के युवा ही नहीं 4 साल के बच्चे तक दीवाने हैं।
बेटियों की उड़ान की नई मिसाल हैं बस्तर की माउंटेन गर्ल नैना
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की नैना राज्य की पहली महिला हैं जिन्होंने किसी पर्वत की चढ़ाई पूरी की है। नैना ने 6,512 मीटर ‘भागीरथी 2’ को फतह कर नया कीर्तिमान बनाया है। भागीरथी-2 हिमालय की सबसे अधिक बर्फीली पहाड़ियों में से एक है, जो उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में है। पुलिस पिता की यह बिटिया जिगर के मामले में पुरुषों को भी मात देती है।