General Elections 2019

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण लिए 18 अप्रैल को मतदान होना है। इसके मद्देनजर नक्सल प्रभावित इलाकों में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है। एरिया डोमिनेशन से लेकर डी माइनिंग में सुरक्षाबल के जवान जुटे हैं। नक्सलियों की मूवमेंट की सूचना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी कर दी है।

सात चरणों में होनेवाले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान 18 अप्रैल को होने हैं। जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। दूसरे चरण के लिए 16 अप्रैल को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन था।

अरुणाचल प्रदेश के जिला अनजॉ का गांव मालोगम, जो चीन के सरहद से सटा हुआ है। वहा तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं है। ख़तरनाक पहाड़ी और जंगल के रास्तों से होकर गुजना पड़ता है। वहां आप सिर्फ़ पैदल ही जा सकते हैं। इस गांव में सिर्फ़ एक मतदाता है। फिर भी चुनाव आयोग अपनी पूरी ज़िम्मेदारी निभाते हुये उस एक मतदाता का मतदान सुनिश्चित कराती है। मतदान की पूरी प्रक्रिया में दो दिन का वक्त लगता है। जिसमें चुनाव आयोग की तरफ से पांच कर्मचारी इस ड्यूटी में लगते हैं।

सुरक्षाबलों ने पोलिंग पार्टियों को निशाना बनाने की बड़ी नक्सली साजिश को नाकाम कर दिया। साथ ही, नक्सलियों को चमका देने को पोलिंग पार्टियों का रास्ता भी बदला गया। नक्सलियों ने पोलिंग पार्टियों के रास्ते पर कई आइईडी बम प्लांट किए थे। जिन्हें चिह्नित कर के मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। लगभग दस पोलिंग पार्टियां माओवादियों के निशाने पर थीं।

बस्‍तर लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के दौरान नक्‍सलियों ने चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश की। नक्‍सलियों ने मतदान दल पर ओरछा हेलीपेड के पास फायरिंग की। दल के सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में एक नक्‍सली के मारे जाने की भी खबर है।

लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण में 18 राज्यों और 2 केंद्र-शासित प्रदेशों में मतदान हुए। जिसमें कुल 91 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए। चुनाव आयोग ने चुनाव के पुख्ते इंतजाम कर रखे थे।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 18 राज्यों और 2 केंद्र-शासित प्रदेशों में मतदान हुए। जिसमें कुल 91 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए। चुनाव आयोग ने चुनाव के पुख्ते इंतजाम कर रखे थे। प्रशासन भी पूरी मुस्तैदी से शांतिपूर्ण मतदान कराने में लगा रहा। बावजूद इसके कई जगहों से छुटपुट हिंसा की खबरें आईं।

पहले चरण के चुनावी दंगल में कुल 1279 उम्मीदवार मैदान में हैं। 14 करोड़ 20 लाख, 54 हजार, 978 मतदाता इनका फैसला करेंगे। इनमें 7 करोड़ 21 लाख पुरुष मतदाता और 6 करोड़ 98 लाख महिला मतदाता हैं। इनके लिए 1.70 लाख मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना के महाराष्ट्र सीमा के पास बुकमरका पहाड़ी में 10 अप्रैल को पुलिस ने धावा बोल कर नक्सली शिविर को ध्वस्त कर दिया। काफी देर तक चली फायरिंग के दौरान नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट भी किए और फिर पुलिस को भारी पड़ता देख मोर्चा छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के लिए होने वाले मतदान से एक दिन पहले 10 अप्रैल को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सीआरपीएफ (CRPF) की पेट्रोलिंग टीम पर नक्सलियों ने हमला किया। विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमले के अगले ही दिन नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया। नक्सलियों ने गढचिरौली के इट्टापल्ली के गट्टा इलाके में सीआरपीएफ के 191 बटालियन पर आईईडी हमला किया।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 11 अप्रैल की सुबह सुरक्षाबलों ने चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। ये किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने की फिराक़ में थे। इन चारों की गिरफ़्तारी बेदरे क्षेत्र में सुबह मतदान से थोड़ी देर पहले ही हुई है। गिरफ्तार नक्सलियों के पास से तीन देशी असलहे बरामद हुये हैं।

पहले चरण में 20 राज्यों की 91 लोकसभा सीटों पर मतदान आरंभ हो गया है। पोलिंग बूथ पर सुबह से ही लोग पहुंचने लगे थे। ज्यादातर पोलिंग बूथ पर वोट डालने के लिए लोगों की लाइन लगी हुई है। खास बात ये है कि वोट डालने आए लोगों में महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी है।

लोकतंत्र का महापर्व बस शुरू होने ही वाला है। सत्रहवीं लोकसभा के गठन के लिए देश के 29 राज्यों और 7 केंद्र-शासित प्रदेशों के कुल 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। देशभर में 2019 के आम चुनाव 7 चरणों में कराए जायेंगे। जिसमें 11 अप्रैल से 19 मई 2019 के बीच मतदान होंगे। चुनाव के परिणाम 23 मई को घोषित किये जाएंगे।

छत्तीसगढ़ में लोकसभा के पहले और दूसरे चरण के मतदान 11 अप्रैल और 18 अप्रैल को होने हैं। तीसरे चरण के मतदान 23 अप्रैल को होंगे। चुनाव आयोग ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए तीनों चरण के मतदान अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे।

नक्सली क्षेत्रों में रहने वाले लोग नक्सलियों से बिना खौफ खाए मताधिकार का प्रयोग करने लगभग 30 किलोमीटर पैदल चलकर भी जाते हैं। इनका ये जज़्बा नक्सलवाद और इसके समर्थकों के मुंह पर जोरदार तमाचा है। छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा क्षेत्र में आज भी कई गांव ऐसे हैं, जहां के मतदाता 90 किलोमीटर तक का सफर तय कर वोट डालने जाते हैं।

लोकसभा चुनाव से पहले नक्सली लगातार सुरक्षा बलों को निशाना बना रहे हैं। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की होने वाली सभा से ठीक पहले नक्सलियों ने बम धमाके किए।

बारामूला से उधमपुर तक के राष्ट्रीय राजमार्ग पर 31 मई तक हर हफ्ते रविवार और बुधवार को नागरिक यातायात को बंद रहेगा। इसके लिए बाकायदा सरकारी अधिसूचना जारी की गई है।

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