
सांकेतिक तस्वीर
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना के महाराष्ट्र सीमा के पास बुकमरका पहाड़ी में 10 अप्रैल को पुलिस ने धावा बोल कर नक्सली शिविर को ध्वस्त कर दिया। काफी देर तक चली फायरिंग के दौरान नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट भी किए और फिर पुलिस को भारी पड़ता देख मोर्चा छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए। मुठभेड़ खत्म होने के बाद इलाके की सर्चिंग में नक्सली कैंप में भारी मात्रा में नक्सलियों के सामान और रॉकेट लांचर के खोखे बरामद किए गए। इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 10 अप्रैल को मानपुर थाना क्षेत्र में एसटीएफ (STF) और जिला पुलिस बल के संयुक्त दल को गश्त के लिए रवाना किया गया था।
टीम जब बुकमरका की पहाड़ी में थी, तभी नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने फायरिंग करते हुए तीन जगह पर लगाए गए आइईडी ब्लास्ट किए। सुरक्षाबल के जवानों की सतर्कता की वजह से इन आइईडी ब्लास्ट में कोई भी नुकसान नहीं हुआ। पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की। करीब आधे घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही। बाद में खुद को कमजोर पड़ता देख नक्सली वहां से महाराष्ट्र के गढ़चिरौली सीमा की ओर भाग गए। सर्चिंग के बाद नक्सली कैंप से देशी राकेट लांचर का सेल, एके-47 रायफल के खाली खोखे व भारी मात्रा में दैनिक उपयोग के सामान बरामद किए गए।
क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है। इससे पहले, राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में 9 अप्रैल को नक्सलियों ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक के काफिले को बारूदी सुरंग में विस्फोट कर उड़ा दिया था। इस घटना में विधायक भीमा मंडावी, वाहन चालक और तीन सुरक्षा कर्मियों की मृत्यु हो गई थी। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित राजनांदगांव सीट के लिए दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होने हैं। आम चुनावों के मद्देनजर क्षेत्र में नक्सल खतरे को देखते हुए सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है।
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