Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इस वजह से नक्सलियों (Naxalites) के बीच हड़कंप मचा हुआ है।

Naxalites News: अब 600 जवानों की निगरानी में 4 पुल बनाए जा रहे हैं, जिससे 100 गांवों में राशन पहुंचने में आसानी होगी।

नक्सली (Naxalites0 हमेशा से ही विकास के खिलाफ रहे हैं। वे विकास कार्यों में रोड़ा तो अटकाते ही हैं, प्रशासन और सुरक्षाबलों की कोशिशों की वजह से जो विकास के कार्य पूरे होते हैं नक्सली उन्हें भी बरबाद करने की फिराक में रहते हैं।

सुरक्षाबलों के जवान नक्सल प्रभावित उन इलाकों तक भी पहुंच गए हैं, जहां पहुंचना पहले बहुत मुश्किल था। अब दंतेवाड़ा के कुछ ही इलाके ऐसे बचे हैं, जहां जवान नहीं पहुंच पाए हैं।

8 लाख के इनामी नक्सली कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर इस बात की जानकारी दी है।

ये शख्स नक्सलियों (Naxalites) को सप्लाई देने का काम करता है और नक्सली विचारधारा को फॉलो करता है। पूछताछ में दिलीप ने कई अहम जानकारियां दी हैं।

मिलिशिया प्लाटून का स्वयंभू सेक्शन कमाण्डर 32 वर्षीय कोरसा लच्छु और 29 वर्षीय उसकी पत्नी कोरसा अनिता ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।

नक्सली (Naxalites) किसी के सगे नहीं होते। यहां तक कि वे अपने साथियों के भी अपने नहीं होते। अपने फायदे के लिए वे मासूम लोगों का इस्तेमाल करते हैं।

जवानों ने सुकमा जिले के रायगुड़ा की टेकरी से नक्सलियों (Naxalites) द्वारा डंप किए गए 18 पाइप बम, आईईडी, और विस्फोटक को बरामद किया।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबल जवानों ने यहां 10 जून को एक स्थायी वारंटी सहित तीन नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में लगातार नक्सलियों का आत्मसमर्पण (Naxalites Surrender) हो रहा है। राज्य के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में 'लोन वर्राटू' अभियान से प्रभावित होकर पांच नक्सलियों के आत्मसमर्पण किया है।

सुकमा जिले से सुरक्षाबलों ने एक नक्सली (Naxalites) को गिरफ्तार किया है। इस नक्सली ने जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र के रवापारा जंगल में पुलिस पर फायरिंग की थी।

नक्सली (Naxalites) किसी के सगे नहीं होते। यहां तक कि वे अपने साथियों के भी अपने नहीं होते। इसका उदाहरण देखने को मिला जब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के बीजापुर जिले में नक्सलियों (Naxals) ने अपने ही साथी का अपहरण कर लिया।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नक्सल विचारधारा को छोड़कर लगातार नक्सलियों का सरेंडर (Naxalites Surrender) हो रहा है। संगठन में हो रही ज्यादती से तंग आकर नक्सली नक्सलवाद (Naxalism) का रास्ता छोड़कर मुख्याधारा में शामिल हो रहे हैं।

आईटीबीपी (ITBP) के जवान कोरोना काल में दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। देश की सुरक्षा के साथ-साथ लोगों की हर तरह से मदद कर रहे हैं। इतनी जिम्मेदारियों के साथ ही जवानों को खुद की सेहत और फिटनेस का खयाल रखना भी उतना ही जरूरी है।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धुर नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिले में जवानों को बड़ी सफलता मिली है। सुरक्षाबल जवानों ने यहां 10 जून को एक स्थायी वारंटी समेत तीन नक्सलियों (Naxalites) को गिरफ्तार किया है।

सरेंडर करने वाले मिलिशिया सदस्य नक्सलियों धुरबेड़ा निवासी कमलू ध्रुवा, मालू ध्रुवा, गट्टाकाल निवासी राकेश उसेण्डी और गोमागाल डेंगलपुट्टीपारा निवासी हिड़मे कवाची शामिल हैं।

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