Chhattisgarh: दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने मचाया तांडव, तोड़े कई पंचायत भवन

नक्सली (Naxalites0 हमेशा से ही विकास के खिलाफ रहे हैं। वे विकास कार्यों में रोड़ा तो अटकाते ही हैं, प्रशासन और सुरक्षाबलों की कोशिशों की वजह से जो विकास के कार्य पूरे होते हैं नक्सली उन्हें भी बरबाद करने की फिराक में रहते हैं।

Naxal Organization

सांकेतिक तस्वीर।

जिले में कई ग्राम पंचायतों के भवन को नक्सलियों (Naxalites)  ने ध्वस्त कर दिया है। इसकी वजह से इन गावों में पेड़ के नीचे पंचायत की चौपाल लगानी पड़ती है।

नक्सली (Naxalites0 हमेशा से ही विकास के खिलाफ रहे हैं। वे विकास कार्यों में रोड़ा तो अटकाते ही हैं, प्रशासन और सुरक्षाबलों की कोशिशों की वजह से जो विकास के कार्य पूरे होते हैं नक्सली उन्हें भी बरबाद करने की फिराक में रहते हैं। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने ऐसी ही नापाक हरकत की है।

जिले में कई ग्राम पंचायतों के भवन को नक्सलियों (Naxalites)  ने ध्वस्त कर दिया है। इसकी वजह से इन गावों में पेड़ के नीचे पंचायत की चौपाल लगती है। दंतेवाड़ा जिले के नक्सल प्रभावित कुआकोंडा व कटेकल्याण ब्लाक में कई पंचायतें ऐसी हैं, जहां ढहे भवनों से दूर पेड़ के नीचे ग्राम पंचायतों की बैठकें होती हैं।

हिमालय की खून जमा देने वाली सर्दी में भी देश की सुरक्षा में डटे हैं ITBP के जवान, देखें PHOTOS

कुआकोंडा ब्लाक के बुरगुम, पोटाली, नहाड़ी, रेवाली के पंचायत भवनों को नक्सलियों ने तोड़ दिया है। सल 2007 तक बुरगुम और पोटाली में पंचायत भवन थे। पंचायत भवनों के खंडहर कई गांवों में दिखते हैं।

कटेकल्याण ब्लाक के गादम, तेलम आदि गांवों में भी पंचायत भवन नहीं है। पेड़ के नीचे चौपाल लगती है और अगर बरसात शुरू हो गई, तो बैठक रद्द करनी पड़ती है। पंचायत भवन न होने से ग्रामीणों को बहुत दिक्कत होती है। हलांकि, प्रशासन इन इलाकों में पंचायत भवनों को बनवाने की कोशिश में जुटा हुआ है।

ये भी देखें-

जनपद पंचायत कुआकोंडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमजद जाफरी का कहना है कि बुरगुम, नहाड़ी, रेवाली आदि गांवों में वहां की परिस्थिति की वजह से पंचायत भवन नहीं बन पा रहे थे, लेकिन अब हालत सुधरें हैं। जल्द ही पंचायत भवनों का प्रस्ताव भेजेंगे। कटेकल्याण के सीईओ के अनुसार, जहां पंचायत भवन नहीं हैं उनका प्रस्ताव भेजा गया है। जल्द ही बनवा देंगे।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें