स्कूल में NCC कैडेट और फिर एयर फोर्स में अधिकारी, जानें माउंट एवरेस्ट फतेह करने वाली निवेदिता की कहानी

अबतक कई एनसीसी कैडेट ने सेना में भर्ती होकर देश का नाम रोशन किया है। एनसीसी कैडेट रहीं और फिर एयरफोर्स में अधिकारी रैंक पर तैनात हुईं।

एयरफोर्स में अधिकारी रैंक पर तैनात राजस्थान की निवेदिता चौधरी।

अबतक कई एनसीसी कैडेट ने सेना में भर्ती होकर देश का नाम रोशन किया है। एनसीसी कैडेट रहीं और फिर एयरफोर्स में अधिकारी रैंक पर तैनात राजस्थान की निवेदिता चौधरी ऐसा कारनामा कर चुकी हैं जिसे जानकारी हर कोई गर्व महसूस करता है।

भारत को 1947 में अंग्रेजों से आजादी मिली और इसके बाद सेना को मजबूत करने का काम शुरू किया गया। आजादी के बाद सेना में जवानों की की कमी के चलते राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की स्थापनी की गई थी। 15 जुलाई 1948 को देश की तीनों सेना को मजबूती प्रदान करने के लिए एनसीसी की स्थापना की गई। इसके जरिए कॉलेज और स्कूल में छात्रों को बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण दिया जाता है।

अबतक कई एनसीसी कैडेट ने सेना में भर्ती होकर देश का नाम रोशन किया है। एनसीसी कैडेट रहीं और फिर एयरफोर्स में अधिकारी रैंक पर तैनात राजस्थान की निवेदिता चौधरी ऐसा कारनामा कर चुकी हैं जिसे जानकारी हर कोई गर्व महसूस करता है। निवेदिता चौधरी राजस्थान की पहली महिला होने के साथ-साथ इंडियन एयरफोर्स की भी पहली महिला अधिकारी हैं जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। उन्होंने 2008 में एयरफोर्स ज्वॉइन करने वाली निवेदता ने यह रिकॉर्ड 2011 में बनाया।

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निवेदिता इस रिकार्ड के बनने से पहले अपने अनुभव को साझा करते हुए बताती हैं ‘बचपन में मैंने सिर्फ यही सोचा था कि मैं हवाई जहाज उड़ाया करूंगी। पर इसका तो कतई यकीन नहीं था कि प्लेन उड़ाने के साथ-साथ वे माउंट एवरेस्ट भी फतेह कर पाऊंगी।

वह आगे बताती हैं ‘मैंने स्कूल में कैडेट के रूप में जोश के साथ अपनी पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद जब कॉलेज पहुंची तो वहां भी एनसीसी ज्वॉइन कर ली। साथ-साथ एयर विंग में एडमिशन लिया। कॉलेज से पास आउट होने के बाद पहले ही प्रयास में वायु सेना में जाने का सपना साकार हो गया।’ निवेदिता का कहना है कि बाद जब उनके सामने माउंट एवरेस्ट फतेह करने का अवसर आया तो भी उन्होंने इसे छोड़ा नहीं।’

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