Jammu and Kashmir

गृहमंत्री ने इससे पहले नार्थ 24 परगना जिले में सुंदरबन इलाके के हिंगालगंज में बीएसएफ की ‘फ्लोटिंग’ सीमा चौकियों और एक पोत एंबुलेंस का उद्घाटन किया।

काकपुराआतंकी हमले के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी छानबीन के दौरान आतंकी मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया है। जिनमें से एक विदेशी आतंकी सहित एक स्थानीय आतंकी शामिल है। 

पिछले साल अगस्त से सीमा पार फिर से सक्रिय इन आतंकी ठिकानों पर करीब 60-80 आतंकी (Terrorists) मौजूद हैं और ये सभी अफगान युद्ध से लौटे हैं जो ज्यादातर पाक मूल के भाड़े के लड़ाके हैं।

मुठेभड़ के बाद घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने ऑटोमेटिक हथियार के साथ गोला-बारूद व कुछ अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। वहीं अभी तक मारे गये आतंकियों (Terrorists) की पहचान नहीं हो पाई है। 

आतंकियों ने घटनास्थल पर एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी घायलों को फौरन श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

छानबीन के दौरान सुरक्षाबलों को एक-47 रायफल के चार जिंदा कारतूस, एक हैंड ग्रेनेड, एक इस्तेमाल किया गया इंजेक्शन,  लाइटर, 1400 रुपए की भारतीय करेंसी (पुराने 500 के दो नोट शामिल) बरामद किया है।

गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों के पास चीनी हैंडग्रेनेड और अन्य सामान बरामद हुआ है। शुरुआती जांच से पता चला है कि ये सभी जिले में सक्रिय आतंकियों को मोबाइल सिम कार्ड, रसद व अन्य स्थानीय मदद दिया करते थे।  

सुरक्षाबलों ने तीन आतंकी सहयोगियों (Terrorist Associates) को हिरासत में लिया है, जिनकी पहचान पुलवामा जिले के ओवैस अल्ताफ निवासी जांदवाल, आकिब मंजूर निवासी गुडुरा और वसीम अहमद पंडित निवासी करीमाबाद के तौर पर हुई है

बीजबेहाड़ा चेकपोस्ट पर तैनात सुरक्षाकर्मी हर आने-जाने की तलाशी ले रहे थे। तभी एक संदिग्ध शख्स चेकपोस्ट को देखते ही दबे पाँव भागने की कोशिश करने लगा। सुरक्षाबलों ने उस शख्स को दौड़ाकर दबोच लिया।

गिरफ्तार महिला ने सीआरपीएफ (CRPF) के बंकर पर पेट्रोल बम फेंका था। इस हमले में एक सीआरपीएफ व एक पुलिस जवान घायल हो गये। बताते चलें कि हमलावर के खिलाफ यूएपीए के तहत तीन मामले दर्ज हैं।

विशेष पुलिस अधिकारी इशफाक अहमद की बडगाम में उनके आवास के पास गोली मार कर हत्या का दी थी। इस घटना में उनके भाई उमर जान को भी गोलियां लगी थीं।

रैनावारी इलाके में एक नाके पर आतंकियों ने हथगोले से हमला किया, लेकिन यह हथगोला अपने निर्धारित लक्ष्य से चूक गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी और एक सीआरपीएफ का जवान मामूली रूप से जख्मी हो गए।

गिरफ्तार आतंकी मददगारों (Terror Associates) की पहचान जावेद अहमद डार, सज्जाद अहमद डार निवासी काकापोरा, अर्शीद अहमद मीर व रमीज राजा निवासी परिगाम, राउफ अहमद लोन निवासी लेल्हार और आकिब मकबूल भट निवासी अलूचीबाग के तौर पर हुई है।

आईजीपी विजय कुमार के मुताबिक, मारे गये आतंकियों में खोनमोह इलाके में नौ मार्च को एक सरपंच समीर भट की हत्या में शामिल आतंकी भी शामिल हैं।

मुठभेड़ के दौरान फरार हुये दो आतंकियों (Terrorists) की तलाश के लिए पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। ये इलाका घनी आबादी और नेशनल हाइवे से सटा है,  इसलिए थोड़ी परेशानी हो रही है।  

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) जवान की हत्या का आदेश लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर आबिद रमजान शेख ने दिया था। फिलहाल पुलिस इस मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अपनी आगे की कार्रवाई कर रही है। 

आतंकियों में से एक की पहचान पाकिस्तानी निवासी मंजूर उर्फ हैदर उर्फ हजमा के तौर पर की गई है। ये आतंकी लश्कर के टॉप कमांडर मेहरान का करीबी बताया जा रहा है।

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