Jammu kashmir

Artcile 370 हटाए जाने के पहले से जम्मू कश्मीर में एहतियातन सिक्योरिटी लॉकडाउन कर दिया गया था। इस लॉक डाउन के बाद शुक्रवार को सूबे में आंशिक रूप से फोन और इंटरनेट सेवा को शुक्रवार सुबह आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है।

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार ने कश्मीर को कंसन्ट्रेशन कैंप में तब्दील कर दिया है। साबित क्या करना चाहते हैं कांग्रेस के ये नेता? कभी गौर किया कि आपकी भाषा और देश को तोड़ने की साजिश करने वालों की भाषा में क्या फर्क है? डर सिर्फ भाषा को लेकर ही नहीं है, सवाल तो विचारधारा पर भी उठने लगे हैं।

जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन और Artcile 370 को खत्म करने के भारत के फैसले से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसी बौखलाहट में वो कई तरह उलटे सीधे फैसला करता जा रहा है। इसी कड़ी में पाकिस्तान ने अपने एयर स्पेस के एक कॉरिडोर को बंद कर दिया है।

Article 370 खत्म किए जाने को लेकर भारत को गीदड़भभकी देने वाला पाकिस्तान (Pakistan) अब मुसीबत में फंस गया है। अमेरिका (America) ने पाकिस्तान को दो टूक हिदायत दी है कि वह अपनी सरजमीन पर आतंकवाद के खिलाफ कारर्वाई करे ना कि भारत को धमकी दे।

Artcile 370 के ज्यादातर प्रावधानों को समाप्त करने के प्रस्ताव संबंधी संकल्प और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर लद्दाख में विभाजित करने वाले विधेयक को दोनों सदनों में पास होने के बाद मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेजा गया था। यानी अब इसे कानूनी तौर पर लागू किया जा सकता है।

इतिहास रचा जा चुका है। जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल (Jammu Kashmir Reorganise Bill) लोकसभा में भी भारी बहुमत के साथ पास हो गया। राज्यसभा में एक दिन पहले ही (5 अगस्त) को ये बिल पास हो गया था। अब बस एक चरण बचता है, राष्ट्रपति की मंजूरी।

मंगलवार को लोकसभा में जम्मू कश्मीर राज्य पुनर्गठन बिल पेश हुआ, जिस पर बहस चल रही है। इससे पहले राज्यसभा में सोमवार को इस बिल को पास करा लिया गया।

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को बडगाम जिले में जिंदा आतंकी पकड़ा है। गिरफ्तार आतंकी की पहचान शौकत अहमद के रूप में हुई है।

आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ मौजूदा केंद्र सरकार की आक्रामक नीतियों से आतंकी संगठन और नक्सली संगठनों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। हालात ऐसे बन पड़े हैं कि उन्हें अपने संगठनों को जिंदा रखने के लिए बच्चों की भर्ती करनी पड़ रही है।

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों ने सीआरपीएफ के गश्ती दल पर हमला किया।

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया। दोनों ही आतंकवादी इस्लामिक स्टेट की कश्मीर शाखा आईएसजेके आतंकी समूह से जुड़े हुए थे।

सेना और पुलिस के जवानों की टीम ने पूरे इलाके को घेर कर तलाशी अभियान शुरू किया। सुरक्षाबलों को एक पहाड़ी मिली जिसका अगला भाग थोड़ा कटा हुआ था। उसे सूखे पौधों से ढक कर रखा गया था। सुरक्षाबलों को शक हुआ। उन्होंने पौधों को हटाना शुरू किया तो एक छोटा सा खुला भाग मिला। जो पहाड़ी के अंदर बने हुए गुफा में जाता था।

स्पेशल सेल ने कुल 11 बड़े आतंक-विरोधी आभियान चलाए, जिनमें से 4 तो बीते चार महीनों में ही चलाए गए। दिल्ली पुलिस के ये ऑपरेशंस केवल दिल्ली तक ही सीमित नहीं थे। बल्कि इसके तहत जम्मू-कश्मीर, नेपाल सीमा और पूर्वोत्तर भारत में भी संदिग्ध आतंकियों की धरपकड़ की गई।

31 मई तक 101 आतंकी मारे गए हैं। जिनमें 23 विदेशी और 78 स्थानीय आतंकी शामिल हैं। मारे गए आतंकवादियों में सर्वाधिक संख्या शोपियां से है, जहां 16 स्थानीय आतंकियों समेत 25 आतंकवादी मारे गए। वहीं, पुलवामा में 15, अवंतीपुरा में 14 और कुलगाम में 12 आतंकी मारे गए हैं।

जम्मू कश्मीर में एक ओर जहां आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी हैं, वहीं दूसरी ओर दहशतगर्द अपने नापाक मंसूबों को आंजाम देने की फिराक में हर वक्त लगे रहते हैं। घाटी में एक बार फिर एक हमले की घटना सामने आई है।

सुरक्षाबलों को 6 मई रात को ही पंजरान लस्सीपोरा इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिल गई थी। इसके बाद राष्ट्रीय राइफल्स, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया था।

टेरिटोरियल आर्मी के जवान मंजूर अहमद बेग सडूरा गांव में ईद मनाने के लिए अपने घर पर थे। ईद के अगले दिन यानि 6 मई की शाम को आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी।

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