
7 जून का शाम जम्मू कश्मीर के पुलिस स्टेशन पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया। यह मामला सोपोर का है।
जम्मू कश्मीर में एक ओर जहां आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी है, वहीं दूसरी ओर दहशतगर्द अपने नापाक मंसूबों को आंजाम देने की फिराक में हर वक्त लगे रहते हैं। 7 जून का शाम जम्मू कश्मीर के पुलिस स्टेशन पर आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला किया। यह मामला सोपोर का है। जहां आतंकियों ने पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड से हमला किया। इस हमले में 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए। घटना के बाद इलाके को घेर लिया गया। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार चल रही है। इससे पहले 7 जून को पुलवामा में सर्च ऑपरेशन के दौरान हुए एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 4 आतंकी मार गिराए थे।
मारे गए चारों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद के थे। सुरक्षाबलों को 6 मई की रात को ही पंजरान लस्सीपोरा इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिल गई थी। इसके बाद राष्ट्रीय राइफल्स, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन शुरू किया था। देर रात सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। खुद को घिरा हुआ देख आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने 4 आतंकियों को मार गिराया। इन 4 आतंकियों में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2 एसपीओ भी शामिल हैं, जो 6 मई की शाम सर्विस राइफल लेकर फरार हो गए थे। बाद में वे भी आतंकियों के साथ मिलकर सुरक्षाबलों पर फायरिंग करने लगे थे।
सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को 6 मई की शाम को ही मार गिराया। वहीं एक आतंकी सहित दो भगोड़े एसपीओ को 7 मई की सुबह घेराबंदी के दौरान मार गिराया गया। मारे गए चारों आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए। आतंकियों की पहचान पुलवामा के पंजरान इलाके के रहने वाले अशिक अहमद, पुलवामा के ही अरिहाल इलाके के इमरान अहमद के रूप में हुई। वहीं, दोनों भगोड़े एसपीओ की पहचान पुलावामा के तुजान इलाके रहने वाले शब्बीर अहमद और शोपियां के रहने वाले सलमान खान के रूप में की गई। सेना की राष्ट्रीय रायफल, सीआरपीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया था।
यह भी पढ़ें: नक्सली देखते रह गए और लक्ष्मण ने खींच दी लकीर, अब डॉक्टर बन करेगा समाज की सेवा
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App