लॉकडाउन में नक्सली और आतंकियों की बड़ी साजिश! युवाओं से संपर्क कर संगठन में भर्ती करने का कर रहे प्रयास

नक्सली घर बैठे युवाओं को बरगलाकर संगठन में शामिल करने की साजिश रच रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान नक्सलियों की नजर बेरोजगार युवाओं पर है जिन्हें वो झांसा देकर अपने संगठन में शामिल करा सकें।

Naxali

नक्सली और आतंकी संगठन लॉकडाउन के दौरान युवाओं को बरगलाने में लगे हुए हैं। (सांकेतिक तस्वीर)

जानलेवा बन चुके कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन (Lock Down) किया गया है। लेकिन देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए नासूर बन चुके नक्सली (Naxali) इस लॉकडाउन का फायदा उठाकर युवाओं को भटकाने की कोशिश में जुटे हैं। जी हां, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो खुफिया एजेंसियों ने इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट भी किया है।

दरअसल नक्सली (Naxali) घर बैठे युवाओं को बरगलाकर संगठन में शामिल करने की साजिश रच रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान नक्सलियों की नजर बेरोजगार युवाओं पर है जिन्हें वो झांसा देकर अपने संगठन में शामिल करा सकें। उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, ओ़डिशा, पश्चिम बंगाल तथा महाराष्ट्र से नक्सलियों की संक्रियता की खबरें सामने आई हैं। इसके अलावा छत्तीसगढ़, झारखंड में भी नक्सली अचानक सक्रिय होने लगे हैं।

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दरअसल नक्सली (Naxali) इस दौरान इन राज्यों के सुदूर गांवों के बेरोजगार युवाओं से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें पैसों का लालच देकर संगठन में शामिल करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि इस तरह की इनपुट मिलने के बाद सीआरपीएफ (CRPF) और एंटी नक्सल ऑपरेशन में लगे अन्य सुरक्षा बल पहले से ज्यादा एक्टिव हो गए हैं।

नक्सली (Naxali) ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि इन्हीं सुरक्षा बलों ने नक्सलियों (Naxalites) की कमर तोड़ दी है। कई नामी-गिरामी नक्सली या तो अब मारे जा चुके हैं या फिर उन्होंने सरेंडर कर दिया है। संगठन में लोगों की कमी होने की वजह से नक्सलियों (Naxals) की नजर अब युवाओं पर टिकी है।

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कुछ ऐसी ही खबर आतंकियों को लेकर भी सामने आई है। लॉकडाउन (Lock Down) के बीच सूचना है कि कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा अपनी जड़ें मजबूत करने की फिराक में हैं। कश्मीर में पिछले साल अनुच्छेद-370 खत्म होने के बाद जो लॉकडाउन हुआ था, उससे आतंकियों की भर्ती प्रक्रिया ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकी। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह का कहना है कि आतंकी अब नए सदस्यों की भर्ती करने के लिए कोशिश कर रहे हैं।

यह सुरक्षाबलों की सख्ती ही है जिसकी वजह से पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर (Jmamu-Kashmir) में आतंकी बौखला कर जहां-तहां हमले कर दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले कुछ सालों ने सुरक्षा बलों ने आतंक नाशक ऑपरेशन चला कर जिस तरह से घाटी में आतंकियों को मौत की नींद सुला दिया उससे आतंकी संगठनों (Terrorist Organizations) को बड़ा नुकसान हुआ है। लिहाजा एक बार फिर यह नापाक संगठन अपने खतरनाक मंसूबों को लेकर युवाओं को अपनी जाल में फंसाने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

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