नौकरी भारत की, चाकरी पाकिस्तान की: आतंकियों के मददगार 6 सरकारी कर्मचारी बर्खास्त, 6 महीने में 25 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई

इससे पहले सेवा से बर्खास्त किए गए लोगों में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे और दागी पुलिस उपाधीक्षक दविन्दर सिंह शामिल थे।

Govt Employees

जम्मू कश्मीर में दो पुलिसवालों सहित छह सरकारी कर्मचारियों (Govt Employees) को आतंकियों के साथ कथित संबंधों को लेकर बर्खास्त कर दिया गया। इसके साथ ही पिछले करीब छह महीनों में बर्खास्त कर्मचारियों की कुल संख्या 25 हो गई है।

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गौरतलब है कि इससे पहले सेवा से बर्खास्त किए गए लोगों (Govt Employees) में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे और दागी पुलिस उपाधीक्षक दविन्दर सिंह शामिल थे, जिन्हें आतंकियों (Terrorists) के साथ पकड़ा गया था।

अधिकारियों के अनुसार, सरकार द्वारा बर्खास्त किए गए छह कर्मचारियों (Govt Employees) में बडगाम का रहने वाला कांस्टेबल शौकत अहमद खान शामिल है। वह श्रीनगर में विधान परिषद के एक सदस्य के घर से सरकारी हथियारों की लूट में शामिल था। शौकत खान 2018 में उनके निजी सुरक्षा अधिकारी के रूप में तैनात था। इसके बाद पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया गया था और बाद में उसे पिछले साल आठ अगस्त को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया था।

अधिकारियों के मुताबिक, किश्तवाड़ के निवासी पुलिस कांस्टेबल जफर हुसैन बट को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और वह एनआईए की जांच के दायरे में है। बट अभी जमानत पर है और जांच से खुलासा हुआ कि उसने हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकियों (Terrorists) को अपनी कार दी थी और उनकी आवाजाही में मदद की थी। बर्खास्त कर्मचारियों (Govt Employees) में अनंतनाग के बिजबेहरा का अब्दुल हामिद वानी भी शामिल है जो बतौर अध्यापक कार्यरत था।

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