Militants

गृहमंत्री ने इससे पहले नार्थ 24 परगना जिले में सुंदरबन इलाके के हिंगालगंज में बीएसएफ की ‘फ्लोटिंग’ सीमा चौकियों और एक पोत एंबुलेंस का उद्घाटन किया।

बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों ने मंगलवार को ईद (Eid) के मौके पर जम्मू फ्रंटियर के तहत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित विभिन्न चौकियों पर सौहार्दपूर्ण माहौल में मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।

गिरफ्तार हाइब्रिड आतंकी (Militant) पाकिस्तान स्थित आतंकियों के साथ-साथ प्रतिबंधित संगठन लश्कर के स्थानीय आतंकियों के संपर्क में भी था और उसे एक आतंकी घटना को अंजाम देने का काम सौंपा गया था।

दोनों आतंकियों (Terrorists) की पहचान स्थानीय आतंकी एजाज हाफिज और शाहिद अयूब के तौर पर की गयी है। ये अल बद्र से जुड़े थे और उनके पास से दो रायफल बरामद हुई हैं।

अधिकारी के अनुसार, लक्ष्यों की पहचान करने और हमले को अंजाम देने की खातिर मोटरसाइकिल का बंदोबस्त करने के लिए मीर ने अपने दोस्त शकीर हामिद भट की मदद ली थी।

काकपुराआतंकी हमले के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी छानबीन के दौरान आतंकी मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया है। जिनमें से एक विदेशी आतंकी सहित एक स्थानीय आतंकी शामिल है। 

पिछले साल अगस्त से सीमा पार फिर से सक्रिय इन आतंकी ठिकानों पर करीब 60-80 आतंकी (Terrorists) मौजूद हैं और ये सभी अफगान युद्ध से लौटे हैं जो ज्यादातर पाक मूल के भाड़े के लड़ाके हैं।

इस हमले में घायल दोनों जवानों को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां हेड कांस्टेबल सुरिंदर सिंह की मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल एएसआई देवराज का इलाज चल रहा है। 

ये उपकरण अफगानिस्तान से पाकिस्तानी आतंकियों के हाथ लगा हो। क्योंकि इन थर्मल इमेजिंग उपकरणों की मदद से रात के अंधेरे में भी ये आतंकी मुठभेड़ स्थल से आसानी से फरार हो सकते हैं। 

ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) का एक कमांडर फंसा हुआ है जिसे जल्द ही मार गिराया जायेगा।

उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और राजनीतिक पार्टियों ने इस हत्या की निंदा की है। सिन्हां के अनुसार, मैं सरपंच मंजूर अहमद बांगरू पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं।

मुठेभड़ के बाद घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने ऑटोमेटिक हथियार के साथ गोला-बारूद व कुछ अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। वहीं अभी तक मारे गये आतंकियों (Terrorists) की पहचान नहीं हो पाई है। 

आतंकी अली काशिफ जान (Terrorist Ali Kashif Jan) पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ‘लॉन्चिंग पैड’ से काम करना जारी रखे हुए है और वह भारत में हमलों की योजना के तहत आतंकियों की लगातार भर्ती कर रहा है। 

आतंकियों के हमले का सुरक्षाबलों ने माकूल जवाब दिया और लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को मार गिराया है। जिसकी पहचान कुलगाम निवासी लश्कर कमांडर निसार अहमद डार के रूप में हुई है।

आतंकियों ने घटनास्थल पर एक ग्रेनेड फेंका, जिसमें सीआरपीएफ का एक जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी घायलों को फौरन श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

छानबीन के दौरान सुरक्षाबलों को एक-47 रायफल के चार जिंदा कारतूस, एक हैंड ग्रेनेड, एक इस्तेमाल किया गया इंजेक्शन,  लाइटर, 1400 रुपए की भारतीय करेंसी (पुराने 500 के दो नोट शामिल) बरामद किया है।

मुठभेड़ में मारे गये इन आतंकियों (Terrorists) की पहचान प्रतिबंधित आतंकी संगठन अंसार-गजवतुल-हिंद के सफत मुजफ्फर सोफी उर्फ मुआविया और लश्कर-ए-तैयबा के उमर तेली उर्फ तल्हा के रूप में हुई है।

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