सांकेतिक तस्वीर
पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन (Drone) के रूप में एक नए आतंकी हथियार के इस्तेमाल ने इस बार भारतीय स्वतंत्रता दिवस की सुरक्षा को लेकर नई चुनौतियां खड़ी कर दी है। इसको लेकर सीमा पर तैनात जवान हाई अलर्ट पर हैं। हालांकि सीमा पार से आईएसआई और आतंकी संगठन लगातार आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं।
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एलओसी पर राडार व जैमर पहले से ही स्थापित हैं लेकिन जिस प्रकार के ड्रोन (Drone) के जरिए यहां सतवारी स्थित एयर फोर्स स्टेशन के टेक्निकल परिसर में 27 जून को आतंकी हमला किया गया‚ उस प्रकार के ड्रोन बमुश्किल ही डिटेक्ट हो पाते हैं इसलिए रक्षा मंत्रालय के उपक्रम डीआरडीओ द्वारा तैयार किए जा रहे एंटी ड्रोन सिस्टम को स्थापित किए जाने की कवायद जारी है।
सीमा पार से शुरुआती तौर पर चीन निर्मित हेक्साकॉप्टर ड्रोन का इस्तेमाल घातक हथियारों व ड्रग्स की तस्करी के लिए किया गया। पिछले साल पंजाब के तरनतारन सरहदी इलाके में घातक हथियारों व ड्रग्स की खेप लेकर आए एक पाकिस्तानी ड्रोन को वहां तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने मार गिराया था। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से भारत–पाक सीमा के हीरानगर सेक्टर में ऐसी ही कोशिश की गई तो यहां भी बीएसएफ जवानों ने उस ड्रोन (Drone) को शूटआउट कर दिया था। यहां भी तलाशी लेने पर वैसे ही सामान की खेप बरामद हुई थी।
हालांकि उसके बाद सीमा पार से इस प्रकार की कई कोशिशें होती रहीं लेकिन फिर अचानक ड्रोन (Drone) का इस्तेमाल सतवारी एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के लिए किया गया जिसने खुफिया‚ सुरक्षा एजेंसियों समेत सभी को सकते में डाल दिया।
सूत्रों के अनुसार, आगामी 15 अगस्त व 26 जनवरी के अलावा यहां के बड़े त्योहारों पर पाकिस्तान की दिशा से आतंकी हमलों को लेकर हमेशा आशंका बनी रहती है परंतु आतंकी हमलों की साजिश में ड्रोन (Drone) के इस्तेमाल ने इस बार चुनौतियां बढ़ा दी है। इसके मद्देनजर यहां भारत–पाक सीमा से लेकर समूची नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा संबंधी रणनीति को लगातार कारगर किया जा रहा है। सरहदी इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, सीमा पार से पिछले कुछ अरसे से आतंकी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है। घातक हथियारों से लैस आतंकी समूह भारतीय इलाके में घुसपैठ की कोशिशों में लगे हैं। उनके साथ पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम भी है। ऐसे में आने वाले दिन आतंकी घुसपैठ से लेकर आतंकी हमलों की बाबत बड़ी चुनौती साबित होने वाले हैं।
इस बाबत रक्षा सूत्रों का कहना है कि सीमा पर तैनात जवान व अफसर हाई अलर्ट पर हैं। सीमा पार से आने वाले ड्रोन (Drone) को लेकर भी अति सतर्कता बरती जा रही है। वही‚ यहां भीतर छिपे बैठे आतंकी संगठनों के मददगार ओवरग्राउंड वर्कर्स यानी ओजीडब्लू की भी धरपकड़ जारी है।
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