सच के सिपाही

Indian Army: सरहद पर ड्यूटी के दौरान जवानों के दिमाग में बस दिमाग में यह होता है कि सब कुछ शक से देखें, अलर्ट रहें और दुश्मन को घुसने न दें।

Indian Army: जवान जंगलों में बंकर बनाकर रहते हैं। बंकर किसी भी हमले से तो बचाता ही है साथ ही दुश्मनों को इन बंकरों को ढूंढना भी आसास नहीं होता।

1967 में भारत और चीन के बीच संबंध पहले से तनावपूर्ण थे। नाथू ला से सेबु ला दर्रे के साथ सीमा पर कंटीले तार लगाने से चिढ़कर चीनियों ने भारतीय जवानों के साथ धक्का-मुक्की की थी। 

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) में भारतीय सेना (Indian Army) ने दुश्मनों को भगा-भगाकर मारा था।

Indian Army: थर्ड डिग्री बेहद ही खतरनाक होता है। इसके जरिए आतंकियों को बुरी तरह से मारा-पीटा जाता है और अलग-अलग तरह से दर्द दिए जाते हैं।

चीनी सेना (Chinese Army) भारतीय सेना (Indian Army) के खिलाफ झड़प के दौरान लोहे की रॉड का इस्तेमाल करती है। इन रॉड पर कीलें लगी होती हैं।

भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा की लंबाई 1751 किलोमीटर है। दोनों देशों की सरहद ज्यादात्तर खुली हुई और आड़ी-तिरछी भी है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम की सीमाएं नेपाल के साथ लगती है। 

India China Tension: सीमा विवाद ही दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प की मुख्य वजह रहा है। 1962 के बाद दोनों देशों के बीच अबतक कई बार झड़प हो चुकी है। 

भारत-बांग्लादेश सीमा पहाड़ों, मैदानों, जंगलों और नदियों से होकर गुजरती है। ये सरहदी इलाके सघन आबादी वाले हैं और इसकी सुरक्षा का जिम्मा सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ के पास है।

पर्वतीय क्षेत्र लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच भी कई बार भिड़ंत हो चुकी है। इस दौरान भी भारतीय सेना ने अपना लोहा मनाया है।

पूर्वी तुर्किस्तान, तिब्बत, इनर मंगोलिया, ताइवान, हॉन्गकॉन्ग और मकाउ पर की कई जमीन पर चीन का कब्जा है। ऐसा चीन घुसपैठ और बलपूर्वक किया है। 

1967 में भारत और चीन के बीच ऐसा आखिरी सैन्य संघर्ष हुआ था जिसमें दोनों तरफ के सैनिक मारे गए थे। 1967 के युद्ध में चीन के 400 सैनिक मारे गए तो भारत के सिर्फ 90 सैनिक शहीद हुए थे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।

Indian Army Diet: लंबी यात्रा के दौरान जवानों के पास स्पेशल तरह की डाइट होती है जिसे सत्तू की लिट्टी कहते हैं। सत्तू की लिट्टी के बेहद ज्यादा फायदे होते हैं।

युद्ध में नायक दीपचंद ने भी हिस्सा लिया था। उन्होंने युद्ध से जुड़े उन दिनों के अपने अनुभव को साझा किया है। उन्होंने यह भी बताया था कि जंग के दौरान सैनिकों को खाने पीने की मदद कैसे मिल रही थी।

जब इस राइफल से गोली निकलती है तो उस वक्त इसकी रफ्तार 900 मीटर प्रति सेकेंड होती है। कंपनी का कहना है कि इसकी तकनीक अमेरिका से लाई गई है।

नेशनल सिक्योरिटी गार्ड यानी एनएसजी (NSG) देश के सबसे घातक कमांडो फोर्स है। इसे ब्लैक कैट कमांडो भी कहा जाता है। इन कमांडोज को दुनिया के सबसे बहादुर कमांडोज में से एक माना जाता है।

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