सच के सिपाही

दुनिया की ताकतवर सेनाओं की बात होती है तो हमारा नंबर चौथे स्थान पर होता है। हमसे पहले यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका, रूस और चीन की सेनाएं आती हैं। वहीं, पड़ोसी देश पाकिस्तान 10वें स्थान पर है।

थल सेना अध्यक्ष हों या फिर वायुसेना या नेवी चीफ, हर कोई अपनी तरह से चेतावनियां देते हैं। इनके अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ भी चेतावनियों के जरिए दुश्मनों को सोचने पर मजबूर करते हैं।

देश को नुकसान पहुंचाने के मकसद से घुसपैठिये चुपचाप बार्डर में घुसने का प्रयास करते हैं। उन्हें रोकने के लिए हमारे जवान किसी भी चुनौती का सामना करने से पीछे नहीं हटते।

Indian Army: सैन्य शक्ति को बढ़ाने का सीधा मतलब यह है कि सैनिकों की संख्या में इजाफा किया जाता है और इसके साथ ही एडवांस कैटिगरी के हथियारों को तैनात कर दिया जाता है। 

Indian Army: कई बार ऐसा होता है कि ठंड लगने से सैनिकों की मौत हो जाती है या फिर वह बीमार पड़ जाते हैं। इन इलाकों में रहना अपने आप में ही हर दिन मौत से लड़ने जैसा होता है।

Indian Army: सेनाएं और पुलिस हमेशा अलर्ट रहते हैं। किसी भी शक को भांपकर ऐसी आतंकी साजिशों को नाकाम किया जाता है। सैनिकों को खुली छूट होती है कि वे ऐसी साजिशों को किसी भी कीमत पर विफल करें।

Line of Control: एलओसी से सटे इलाकों में सर्दियों में बर्फ पड़ती है। वहीं सियाचिन एक ऐसा इलाका है जहां हमेशा बर्फ रहती है और तापमान माइनस 50 डिग्री तक रहता है। 

Indian Army: उत्तरी कश्मीर का गुरेज इलाका सैनिकों के बलिदान और साहस का परिचय देता है। यह एक ऐसा इलाका है जहां पर हिमस्खलन का खतरा हमेशा बना रहता है।

Kargil War 1999: इस जंग में अहम भूमिका निभाई थी और टाइगर हिल फतह करने वाली टीम में शामिल थे। पर होनी को कुछ और मंजूर था।

Kargil War 1999: पाकिस्तान बड़ी प्लानिंग कर कश्मीर हड़पने आया था। वह अशांति फैलाने और भारतीय सेना को सीधे चुनौती देकर ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना चाहता था। 

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।

War of 1971: ये गांव केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के सुदूर उत्तर में स्थित हैं। इनका नाम है- तुरतुक, त्याक्शी, चलूंका और थांग है। इन गांवों में नूरबख्शियां मुसलमान रहते हैं जो बाल्टी भाषा बोलते हैं।

India Pakistan War 1971: सबसे बड़ी वजह यह थी कि इस युद्ध ने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांट दिया और बांग्लादेश नाम के एक नए देश का जन्म हुआ।

Indian Army: टैंक का मुख्य काम गोले दागना होता है। टैंक भारी हथियारों से लैस और बख्तरबंद लड़ाकू वाहन जो दो धातु की जंजीरों पर चलता है जिसे ट्रैक कहा जाता है।

War of 1971: युद्ध की बिसात तो पहले से ही बिछ गई थी। 1970 में पाकिस्तान में हुए आम चुनाव के बाद से चीजें और बिगड़ी जिसके बाद पाकिस्तान में युद्ध के हालात बनें।

Kargil War: सैनिक पाकिस्तानी घुसपैठिओं पर कड़ी नजर रखते हैं। घुसपैठ करने वालों को चेतावनी दी जाती है। चेतावनी को नजरअंदाज करने पर गोली से उड़ा दिया जाता है।

Anti-Tank Missiles: युद्ध में मशीनें चाहे कितनी ही एडवांस क्यों न हो लेकिन युद्ध में जीत सैनिकों की हिम्मत और पराक्रम के चलते ही होती है। एलओसी और एलएसी पर कई मौकों पर एंटी टैंक मिसाइल तैनात की जाती रही हैं।

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