War of 1971: एयर फोर्स का वो जवान जिसने दुश्मन को हर मोर्चे पर किया फेल, पढ़ें इनकी शौर्य गाथा

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध (War of 1971) लड़ा गया था। पाकिस्तान आजादी के बाद से अबतक भारत के साथ विश्वासघात करता आया है। लेकिन हर बार नुकसान झेलकर वापस लौटा है।

Nirmal Jit Singh Sekhon

Flying Officer Nirmal Jit Singh Sekhon

War of 1971: सेखों (Nirmal Jit Singh Sekhon) ने युद्ध में ऐसा पराक्रम दिखाया था जिसे याद कर दुश्मन सेना के जवान आज भी कांप उठते होंगे। सेखों ने दुश्मन के घर में ही शिकस्त दी थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध (War of 1971) लड़ा गया था। पाकिस्तान आजादी के बाद से अबतक भारत के साथ विश्वासघात करता आया है। लेकिन हर बार नुकसान झेलकर वापस लौटा है। ऐसा ही साल 1971 में भी हुआ था। इस युद्ध को याद करते हुए वीर जवानों की शौर्य गाथा का जिक्र होता है, तो फ्लाइंग ऑफिसर निर्मल जीत सिंह सेखों (Nirmal Jit Singh Sekhon) की वीरता का किस्सा सबसे पहले आता है।

सेखों ने युद्ध में ऐसा पराक्रम दिखाया था जिसे याद कर दुश्मन सेना के जवान आज भी कांप उठते होंगे। सेखों ने दुश्मन को उसी के घर में शिकस्त दी थी। उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना दुश्मन देश के 6 सैबर जेट विमानों को अकेले धूल चटाई और दो को डॉग फाइट में मार गिराया था। इसके आलवा इस वीर योद्धा ने बाकी के चार विमानों को भाग जाने पर मजबूर किया था।

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दरअसल, दिसंबर, 1971 में पाकिस्तानी फौज ने हमारे हवाई ठिकानों पर धावा बोल दिया था। जब हमला किया तो सेखों (Nirmal Jit Singh Sekhon) एयरबेस श्रीनगर में अपनी नेट एयर स्क्वाड्रन के साथ तैनात थे। सेखों को इस पूरे हमले को नाकाम करने की जिम्मेदारी मिली थी। 14 दिसंबर को पाक ने हमला कर दिया। सुबह के वक्त छह जेट विमानों ने श्रीनगर एयरबेस को निशाना बनाया।

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सेखों (Nirmal Jit Singh Sekhon) ने मोर्चा संभाला और अपने एक साथी के साथ अलग-अलग फाइटर जेट पर हवा में ही उलझाए रखा। उन्होंने इस दौरान दुश्मनों को हवा में ही डॉग फाइट में उलझाए रखा और एक-एक कर निशाना बनाया। इस तरह उन्होंने शौर्य की नई मिसाल पेश की। उनकी बहादुरी और अदम्य पराक्रम को देखते हुए साल 1972 में उनको मरणोपरांत सर्वोच्च सैन्य सम्मान ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया था।

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