कोरोना पर SAARC देशों की कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान ने उठाया कश्मीर मुद्दा, भारत ने लताड़ा

कोरोना वायरस (Coronavirus) की गंभीरता को लेकर दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई मीडिंग में भी पाकिस्तान ने कोरोना वायरस की जगह कश्मीर (Kashmir) का राग अलापा।

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कोरोना वायरस की गंभीरता को लेकर SAARC देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी पाकिस्तान ने कोरोना वायरस की जगह कश्मीर (Kashmir) का राग अलापा।

पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। वह कश्मीर मुद्दे पर अपनी नापाक राजनीति करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ता है। कोरोना वायरस (Coronavirus) की गंभीरता को लेकर दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई मीटिंग में भी पाकिस्तान ने कोरोना वायरस की जगह कश्मीर (Kashmir) का राग अलापा।

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SAARC देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी पाकिस्तान ने कश्मीर का राग अलापा। 

दरअसल, SAARC के सदस्य देशों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 मार्च को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की। इस वीडियो कांफ्रेंस का संदेश इस वायरस से एकजुट होकर मुकाबला करना था। लेकिन पाकिस्तान ने इस बेहद गंभीर और संवेदनशील मौके का भी इस्तेमाल कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए किया।

पाकिस्तान ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर में सभी तरह की पाबंदी हटाने की मांग की। बैठक में शामिल हुए पाकिस्तान के स्वास्थ्य राज्य मंत्री जफर मिर्जा ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए जम्मू-कश्मीर से सभी तरह के प्रतिबंध हटाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, “ये चिंता का विषय है कि जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस का मामला सामने आया है, इसलिए जरूरी है सभी पाबंदियां हटा दी जाएं।” हालांकि, इस पर पाकिस्तान के ही पूर्व सांसद ने इमरान खान को खरी खोटी सुनाई है। पाकिस्तान के पूर्व सांसद फरहतुल्ला बाबर (Farhatullah Babar) ने लिखा है, सार्क की बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को छोड़ कर सभी सदस्य देशों के राष्ट्रपति/प्रधानमंत्री आए।

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फरहतुल्ला बाबर (Farhatullah Babar) ने लिखा, ‘क्या इमरान खान ने यह दावा नहीं किया था अगर भारत के प्रधानमंत्री मोदी एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो वह दो कदम आगे बढ़ाएंगे?’ फरहातुल्ला ने लिखा, ‘वह (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) नासमझ, गैर जिम्मेदार और अपने दावों के उलट काम कर रहे हैं।’

भारत ने भी इस पर जवाब देते हुए पाकिस्तान की इस हरकत को “अशिष्ट” करार देते हुए कहा पाकिस्तान ने एक मानवीय मुद्दे का “राजनीतिकरण” करने का प्रयास किया है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान ने कोरोना वायरस जैसे मानवीय मुद्दे पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान कश्मीर पर “अनुचित” बयान देकर “राजनीति करने का प्रयास किया है।

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सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा मामले को उठाना मानवीय मुद्दे से निपटने में उसके ‘‘ढुलमुल रवैये” को दिखाता है। पाकिस्तान ने एक मानवीय मुद्दे का राजनीतिकरण करने का प्रयास किया।” सूत्रों के मुताबिक, “भारत वीडियो कॉन्फ्रेंस से पाकिस्तान को अलग रख सकता था लेकिन यह एक मानवीय मुद्दा था, इसलिए इस पड़ोसी देश को आमंत्रित किया गया।

प्रत्येक नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के आह्वान का जवाब दिया लेकिन पाकिस्तान ने अपने स्वास्थ्य मंत्री को भेजने का चयन किया, जो उसमें गंभीरता की कमी को दर्शाता है।”

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