Nagrota Encounter: फर्जी नंबर प्लेट लगाकर ट्रक ड्राइवर गया था पंजाब, अब तक है फरार

जम्मू जिले के नगरोटा में 19 नवंबर को हुई मुठभेड़ (Nagrota Encounter) में मौके से फरार ट्रक ड्राइवर का कोई सुराग नहीं लग रहा है। करीब एक महीने से एनआईए और पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई हैं। इस मामले में ट्रक ड्राइवर को अहम कड़ी माना जा रहा है।

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फाइल फोटो।

नागरोटा मुठभेड़ (Nagrota Encounter) में जैश के चार आतंकी मारे गए थे। सांबा से घुसपैठ करने के बाद ये आतंकी कश्मीर की तरफ जा रहे थे। मुठभेड़ के दौरान ट्रक चालक मौके से भाग गया था।

जम्मू जिले के नगरोटा में 19 नवंबर को हुई मुठभेड़ (Nagrota Encounter) में मौके से फरार ट्रक ड्राइवर का कोई सुराग नहीं लग रहा है। करीब एक महीने से एनआईए (NIA) और पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई हैं। इस मामले में ट्रक ड्राइवर को अहम कड़ी माना जा रहा है। इसके साथ ही अभी तक की जांच में कई अहम बातें सामने आई हैं।

जानकारी मिली है कि ट्रक लेकर वह मुठभेड़ से पहले पंजाब में गया था। पंजाब में जाने के लिए उसने फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया था। पंजाब में कई दिनों तक रूकने के बाद वह जम्मू की तरफ आया। इसके बाद सांबा से आतंकियों को बिठाया और फिर उन्हें आगे कश्मीर में लेकर जा रहा था। ड्राइवर के गिरफ्तार होने के बाद कई बातों का पता चल सकेगा।

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पुलिस के सूत्रों का कहना है कि चालक की पहचान करने की पूरी कोशिश की जा रही है। इतना ही नहीं पंजाब पुलिस (Punjab Police) के साथ भी इस मामले की जानकारी को साझा किया गया है, ताकि सुराग लगाया जा सके कि ट्रक पंजाब के किस इलाके में गया हुआ था। साथ ही इस मामले में और सबूतों को जुटाया जा सके।

बता दें कि नगरोटा मुठभेड़ (Nagrota Encounter) में जैश के चार आतंकी मारे गए थे। सांबा से घुसपैठ करने के बाद ये आतंकी कश्मीर की तरफ जा रहे थे। मुठभेड़ के दौरान ट्रक चालक मौके से भाग गया था। उसकी कश्मीर में तलाश की जा रही है लेकिन कोई सुराग नहीं लग रहा है।

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इस मामले की जांच कर रही एनआईए को पता चला है कि ट्रक पहले पंजाब में गया था। इससे साफ हो रहा है कि कश्मीर के आतंकियों का कहीं न कहीं पंजाब में लिंक है। इसलिए वह आतंकियों को लाने से पहले पंजाब में गया था।इस बात का पहले ही खुलासा हो चुका है कि पाकिस्तान खालिस्तानी आतंकियों की कश्मीर के आतंकियों से मदद करवा रहा है, जिससे पंजाब में फिर से आतंकवाद को जिंदा किया जा सके।

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दिल्ली में कुछ दिन पहले पंजाब और कश्मीर के आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। इसलिए अब इस मामले को उससे जोड़कर भी देखा जा रहा है। इस मामले में चालक का गिरफ्तार होना काफी जरूरी हो गया है, क्योंकि उसके गिरफ्तार होने के बाद इस मामले में कई लिंक बाहर आएंगे। साथ ही पता चलेगा कि आतंकियों को कश्मीर पहुंचाने से पहले वह पंजाब में किस मकसद से गया हुआ था। पंजाब में जाने के लिए उसने फर्जी नंबर प्लेट क्यों लगाई थी।

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