Kashmir: घाटी में आतंकियों की हिमाकत, बीते 6 महीने में की 14 BJP नेताओं की हत्या

जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir) में बीजेपी (BJP) नेताओं को आतंकी लगातार निशाना बना रहे हैं। पिछले छह महीने के दौरान कश्मीर (Kashmir) घाटी में आतंकियों (Terrorists) ने 14 बीजेपी नेताओं की हत्या की है।

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तीन BJP नेताओं की 29 अक्टूबर को हुई हत्याओं से एक बार फिर से कश्मीर (Kashmir) में बीजेपी नेता खौफ में हैं। कुलगाम में हुई इन हत्याओं की जिम्मेदारी कश्मीर में सक्रिय नए आतंकी संगठन टीआरएफ (TRF) ने ली है।

जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir) में बीजेपी (BJP) नेताओं को आतंकी लगातार निशाना बना रहे हैं। पिछले छह महीने के दौरान कश्मीर (Kashmir) घाटी में आतंकियों (Terrorists) ने 14 बीजेपी नेताओं की हत्या की है। इसमें दो आतंकी वारदातें ऐसी हैं, जब आतंकियों ने तीन-तीन नेताओं की जान ले ली। घाटी में मौजूद आतंकवादी (Terrorists) लगातार नेताओं की निर्मम हत्या कर डर और अराजकता की स्थिति पैदा करना चाहते हैं।

29 अक्टूबर को दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में बीजेपी युवा मोर्चा के महासचिव नेता फिदा हुसैन समेत 3 लोगों की आतंकवादियों (Terrorists) ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनके साथ बीजेपी कार्यकर्ता उमर रमजान हाजम और उमर राशिद बेग की भी हत्या कर दी गई। एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी और दो लोगों की मौत अस्पताल ले जाते वक्त हुई।

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पिछले छह महीने के दौरान हुई हत्या की वारदातों में सबसे ज्यादा हत्याएं अगस्त में हुई हैं। अगस्त में कश्मीर (Kashmir) में पांच नेताओं की हत्या की गई, इनमें सरपंच भी शामिल हैं। सुरक्षाबलों की तरफ से इस बीच इन हत्याओं में शामिल आतंकियों को भी मार गिराया गया। लेकिन उसके बावजूद हत्याएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।

29 अक्टूबर को हुई हत्याओं से एक बार फिर से कश्मीर (Kashmir) में बीजेपी नेता खौफ में हैं। कुलगाम में तीन नेताओं की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर में सक्रिय नए आतंकी संगठन टीआरएफ (TRF) ने ली है।

इन वारदातों को दिया अंजाम

गौरतलब है कि 4 मई को अनंतनाग में अतल गुल मीर की हत्या आतंकियों ने कर दी थी। इसके बाद 30 जून को शोपियां में बीजेपी नेता गौहर बट की हत्या और 5 जुलाई को पुलवामा में शब्बीर बट की आतंकियों ने हत्या कर दी थी। 8 जुलाई को ही बीजेपी नेता वसीम बारी, उनके भाई और पिता की हत्या कर दी गई।

4 अगस्त को कुलगाम के आखरन नौपुरा में बीजेपी के नेता और संरपच आरिफ अहमद पर जानलेवा हमला हुआ। 7 अगस्त को काजीकुंड में सरपंच सज्जाद अहमद की हत्या, 10 अगस्त को बडगाम में हमीद नजर की हत्या और 19 अगस्त को सरपंच का अपहरण कर आतंकियों ने हत्या कर दी थी।

बता दें कि सरपंच का शव शोपियां में 28 अगस्त को बरामद हुआ था। इसके अलावा, सितंबर में बडगाम में बीजेपी कार्यकर्ता और बीडीसी अध्यक्ष को आतंकियों ने मार डाला था। 6 अक्टूबर को गांदरबल में भी जिला भाजपा उपाध्यक्ष गुलाम कादिर राथर को आतंकियों ने मार डाला था और अब 29 अक्टूबर को कुलगाम में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या आतंकियों ने कर दी।

दहशत में थे BJP नेता

वसीम बारी और उसके भाई-पिता की हत्या के बाद कश्मीर (Kashmir) में बीजेपी नेता दहशत में थे। वसीम बारी की हत्या के बाद कश्मीर में काफी नेताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया था। कश्मीर से कई नेताओं ने सोशल साइटों के माध्यम से अपना इस्तीफा देने की घोषणा की थी। हालात को देखते हुए उस समय बीजेपी के प्रदेश के नेताओं की तरफ से गृह मंत्रालय के साथ बात की गई थी।

पत्र लिखा गया, जिसमें कश्मीर (Kashmir) में बीजेपी नेताओं की जान को खतरे की बात कही गई थी। उसके बाद श्रीनगर में नेताओं को कड़ी सुरक्षा के बीच में रखा गया था। करीब 500 नेताओं को कड़े सुरक्षा घेरे में रखा गया था। अब उस जगह से नेता वापस आ गए हैं।

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कश्मीर (Kashmir) में आतंकियों की तरफ से बीजेपी नेताओं को को धमकियां दी गई थीं, इसमें उन्हें जान से मारने की बात कही गई थी। इसके बाद ही नेताओं का लगातार इस्तीफा देना शुरू हो गया था। नेताओं को विश्वास में रखने के लिए बीजेपी के बड़े नेताओं की तरफ से बयान जारी किए गए थे। कई नेताओं की सुरक्षा को बढ़ाया गया था।

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