घाटी में धड़ल्ले से हो रहा है आतंकियों का सफाया, पिछले दो सालों के दौरान आतंकी घटनाओं में जबरदस्त कमी: केंद्र सरकार

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि जम्मू कश्मीर में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में आतंकी हिंसा की घटनाओं में 59 फीसदी की कमी आई।

Militant Arrested

फाइल फोटो

जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 के हटाये जाने के बाद से राज्य में आतंकी हिंसा की घटनाओं में कमी देखने को मिली है। केंद्र सरकार ने राज्यसभा के प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में ये आकंड़े संसद पटल के सामने रखें। सरकार के अनुसार पिछले दो सालों में आतंकियों (Terrorists) पर लगाम लगाने में काफी हद तक सफलता मिली है। 

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राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि जम्मू कश्मीर में वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में आतंकी हिंसा की घटनाओं में 59 फीसदी की कमी आई। वहीं वर्ष 2020 में जून तक हुई आतंकी घटनाओं की तुलना में, वर्ष 2021 में जून तक आतंकी हिंसा में 32 फीसदी की कमी आई है।

राज्यसभा के सामने उठाये गये प्रश्न में जम्मू कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति और हालात सुधारने के लिए उठाए गए कदमों का ब्यौरा पूछा गया था। इसी के जवाब में मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान, सार्वजनिक परिवहन, सरकारी कार्यालय, शैक्षिक व चिकित्सा संस्थान आदि सामान्य रूप से काम कर रहे हैं।

नित्यानंद राय के अनुसार, सरकार ने ‘आतंकवाद कतई बर्दाश्त नहीं’ की नीति अपनाई है और राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है, राज्य में कानूनों को कड़ाई से लागू किया जा रहा है साथ ही संदिग्ध जगहों की गहन तलाशी भी ली जा रही है। इन सभी कदमों का उद्देश्य आतंकी समूहों से मिल रही चुनौती का कारगर तरीके से सामना करना है।

गृह राज्यमंत्री राय के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने आतंकियों (Terrorists) को किसी भी तरह का सहयोग देने का प्रयास करने वालों पर कड़ी नजर रखी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी की। साथ ही सरकार ने स्थानीय नौजवानों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए कई प्रोत्साहनकारी नीतियां बनाई हैं। इनमें नौजवानों को रोजगार देना भी शामिल है, जिससे कि वे आतंकवाद से दूर रहें।

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