सांकेतिक तस्वीर।
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में सुरक्षाबलों ने लश्कर के सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। सपोर पुलिस ने 52 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के साथ मिलकर पोटका मुक्कम और चन्नपोरा अथोरा में कॉर्डन एंड सर्च ऑपरेशन (CASO) लॉन्च किया था। इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-taiba) के आतंकियों (Terrorists) के 4 सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, आगे की जांच चल रही है। बता दें कि घाटी में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान लगातार चल रहा है। आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के लिए जवानों ने कमर कस लिया है। इससे पहले, सुरक्षाबलों ने 23 जून की सुबह दो आतंकियों को मार गिराया था।
पुलवामा के बांदजू में हुई एक मुठभेड़ के दौरान जवानों को यह सफलता मिली। हालांकि, इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ (CRPF) का एक जवान शहीद हो गया। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबलों को यह सूचना मिली थी कि पुलवामा के बांदजू गांव के एक घर में आतंकी (Terrorists) छिपे हुए हैं। सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस (Police), सेना (Army) और सीआरपीएफ (CRPF) की टीम ने ऑपरेशन लॉन्च किया।
जैसे ही सुरक्षाबलों ने मौके पर पहुंच कर संदिग्ध स्थान का घेराव किया, आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कारवाई की, जिसमें 2 आतंकी मार गिराए गए। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षा बलों के साथ 21 जून को हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया था।
Sopore Police along with 52 Rashtriya Rifles and Central Reserve Police Force (CRPF) launched cordon&search operations(CASOs) simultaneously in Pothka Muqam & Chanpora Athoora and apprehended 4 Lashkar-e-Taiba terrorist associates. Further investigation on: Jammu & Kashmir Police pic.twitter.com/pJkuPLHz88
— ANI (@ANI) June 24, 2020
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शहर के जूनिमार इलाके में आतंकवादियों (Terrorists) की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने 21 जून की सुबह इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान जवानों की आतंकियों से मुठभेड़ हो गई।
बता दें कि इस साल 2020 में अब तक सुरक्षाबलों ने 36 ऑपरेशनों में 92 आतंकी मार गिराए हैं। जबकि इनके 126 से ज्यादा मददगार गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 2019 में 150 से अधिक और 2018 में 250 से अधिक आतंकियों (Terrorists) को मारा गया था। मारे गए 92 आतंकियों मे केवल 35 हिजबुल के ही हैं। संगठन के ऑपरेशनल प्रमुख कमांडर रियाज नायकू समेत कई कमांडरों को भी मारा जा चुका है।
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