सांकेतिक तस्वीर।
सुरक्षाबलों ने बारामूला जिले में सेना के काफिले को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों (Terrorists) द्वारा लगाए गए विस्फोटक डिवाइस का पता लगाया।
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के बारामूला जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों (Terrorists) की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों ने यहां 14 सितंबर को सेना के काफिले को निशाना बनाने के लिए आतंकवादियों द्वारा लगाए गए विस्फोटक डिवाइस का पता लगाया। इसे समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक, पट्टन इलाके में श्रीनगर-बारामूला राजमार्ग पर सेना के रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) द्वारा विस्फोटकों का पता लगाया गया। पुलिस सूत्रों ने कहा, “बाद में बम निरोधक दस्ते द्वारा इसे निष्क्रिय कर दिया गया, जिन्हें तुरंत बुलाया गया था, अन्यथा इससे बड़ी त्रासदी हो सकती थी।”
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बता दें कि सुरक्षाबलों के काफिले को निशाना बनाने के लिए सड़कों और राजमार्गों पर आतंकी विस्फोटक लगाते हैं। दरअसल, सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में आतंकियों (Terrorists) के खिलाफ जबरदस्त सख्ती की है। एनकाउंटर (Encounter) में कई बड़े आतंकी कमांडर (Terrorist Commanders) मारे जा रहे हैं। इससे आतंकी बौखला गए हैं और वे इस तरह की नापाक हरकतें कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले, 12 सितंबर को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में जम्मू के कई नेताओं को धमकी दी थी।
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हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) के धमकी वाले पत्र में कहा गया है कि अगर वे ऐसी गतिविधियों को जारी रखेंगे तो उन्हें गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। जानकरी के मुताबिक, यह पत्र कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रमण भल्ला को उनके पार्टी मुख्यालय में 12 सितंबर दोपहर बाद हासिल हुआ। पत्र मिलने के बाद उन्होंने पीर मिट्ठा पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज की थी।
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