चीन की चालबाजियों को लेकर पूर्व आर्मी चीफ जनरल बिक्रम सिंह ने दिया बड़ा बयान, कही ये बात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने LAC के मसले पर जानकारी देते हुए 11 फरवरी को संसद में कहा कि बातचीत के दौरान भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के लिए तीन सिद्धांतों को सुझाया है।

General Bikram Singh

फाइल फोटो।

पूर्व आर्मी चीफ जनरल बिक्रम सिंह (General Bikram Singh) ने कहा है कि इस मामले में चीन का बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है। इसलिए हमें हमेशा चौंकन्ना रहना चाहिए।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने LAC के मसले पर जानकारी देते हुए 11 फरवरी को संसद में कहा कि बातचीत के दौरान भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद को सुलझाने के लिए तीन सिद्धांतों को सुझाया है। राज्यसभा में राजनाथ ने सदन को जानकारी दी कि इस बातचीत में हमने कुछ भी खोया नहीं है। दोनों पक्ष पूर्ण डिसएंगेजमेंट को लेकर सहमत हैं।

इसके बाद पूर्व आर्मी चीफ बिक्रम सिंह (General Bikram Singh) ने कहा है कि इस मामले में चीन का बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है। इसलिए हमें हमेशा चौंकन्ना रहना चाहिए। चीनी नेतृत्व हमेशा दबाव में होता है। सेनाओं पीछे हटने पर उन्होंने कहा कि हम बेहतर भविष्य की कामना के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

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जनरल बिक्रम सिंह (General Bikram Singh) ने कहा, “एलएसी, यह एक वास्तविक रेखा नहीं है। इसे लेकर दोनों तरफ अलग-अलग धारणाएं हैं। हमें यह समझना होगा कि चीन ने हमें जो चुनौती दी, वह फिंगर 4 की ओर आने के संदर्भ में थी। यह सैन्य नेतृत्व के लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है।”

पूर्व आर्मी चीफ बिक्रम सिंह ने ये बातें इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2021 के ‘फ्लैशपॉइंट: ब्रेक्ड बॉर्डर्स: भारत की चीन नीति-युद्ध या समझौता?’ सत्र में ये बातें कहीं। इस सत्र में कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग, जनरल बिक्रम सिंह (सेवानिवृत्त), बीजेपी के लोकसभा सदस्य तापिर गाओ और इटली और रोमानिया में पूर्व भारतीय राजदूत रहे राजीव डोगरा ने शिरकत की।

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पूर्व भारतीय राजनयिक राजीव डोगरा ने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर कहा कि चीन इस क्षेत्र में कभी हार न मानने के लिए जाना जाता है। बता दें कि चीन के साथ पहले भी सामरिक समझौते हुए हैं लेकिन इसके बावजूद चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है।

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