छत्तीसगढ़: नक्सली नेता हरिभूषण की मौत कैसे हुई? उठ रहे हैं तमाम सवाल

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोरोना (Coronavirus) का कहर नक्सलियों (Naxalites) पर भी टूटा है। राज्य में दो दर्जन से ज्यादा नक्सलियों की संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है।

Naxalites

40 लाख का इनामी हरिभूषण

संक्रमण के चलते नक्सली (Naxalites) मौत का शिकार हो रहे हैं। कैडर में डर का माहौल न पैदा हो, इसलिए बड़े कमांडर्स के संक्रमित होने की खबरें छिपाई जा रही हैं।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोरोना (Coronavirus) का कहर नक्सलियों (Naxalites) पर भी टूटा है। राज्य में दो दर्जन से ज्यादा नक्सलियों की संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है। इस बीच 21 जून को नक्सलियों के तेलंगाना स्टेट कमेटी के सचिव और कुख्यात नक्सली नेता हरिभूषण (Naxali Leader Haribhushan) की मौत हो गई । वह 50 साल का था। ऐसा माना जा रहा है कि हरिभूषण की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से हुई है। साथ ही उसे फूड प्वॉयजनिंग भी हो गई थी।

कहा जा रहा है कि वह बीजापुर जिले में तेलंगाना की सीमा से सटे पामेड़ छिपा हुआ था। 21 जून को उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। समय पर इलाज नहीं मिलने से उसकी मौत हो गई। गौरतलब है कि नक्सली हरिभूषण से पहले नक्सलियों के संचार विभाग के प्रमुख सोबराय की भी इसी महीने मौत हो चुकी है। पुलिस का दावा है कि रमण, गंगा सहित कई नक्सलियों की भी मौत कोरोना संक्रमण से ही हुई है।

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दिसंबर, 2019 में केंद्रीय समिति सदस्य और दंडकारण्य विशेष क्षेत्रीय समिति सचिव रमण का दक्षिण बस्तर क्षेत्र में बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इसके अलावा डीकेजेडएससी के दो वरिष्ठ सदस्य गंगा और शोभरोई की भी पिछले कुछ हफ्तों के दौरान ही कोविड संक्रमण से मृत्यु हो गई। नक्सली कमांडर आयतू भी पुलिस हिरासत में कोरोना संक्रमण के इलाज के दौरान नहीं बच सका।

दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव का कहना है कि इस समय नक्सली कोरोना के अलावा फूड प्वॉयजनिंग से भी जूझ रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि महामारी की वजह से अब तक लगभग 10 नक्सली अपनी जान से हाथ धो चुके हैं।

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खबर है कि खूंखार नक्सली कमांडर (Naxali Commander) हिडमा भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। संक्रमण के चलते नक्सली (Naxalites) मौत का शिकार हो रहे हैं, क्योंकि वे दवाओं की कमी से जूझ रहे हैं। कैडर में डर का माहौल न पैदा हो, इसलिए बड़े कमांडर्स के संक्रमित होने की खबरें छिपाई जा रही हैं।

सूत्रों का कहना है कि हरिभूषण समेत कई नक्सली कमांडरों और नक्सलियों ने कोरोना वायरस का टीका भी नहीं लिया था। छत्तीसगढ़ के दूरदराज इलाकों में तैनात नक्सली (Naxalites) कोरोना वैक्सीन की पहुंच से वंचित हैं।

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बस्तर के महानिरीक्षक (आईजी) पी सुंदरराज के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से लगातार यह सूचना मिल रही थी कि तेलंगाना राज्य नक्सल समिति के सचिव हरिभूषण समेत कई वरिष्ठ नक्सली कमांडर कोरोना संक्रमण से गंभीर रूप से पीड़ित हैं। बस्तर आईजी ने कहा कि नक्सली नेताओं के दावों के विपरीत नक्सल शिविरों में कोविड की स्थिति बेहद चिंताजनक है।

आईजी ने बताया कि नक्सली कमांडर अपने कैडर से भी कोरोना संक्रमण और इससे होने वाली मौतों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।कोरोना के कारण पिछले कुछ महीनों में 16 से अधिक छोटे-बड़े नक्सली काल के गाल में समा गए हैं। कई और नक्सली कार्यकर्ता भी कोरोना से संक्रमित हैं और इलाज के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से सहायता के इंतजार में हैं। वे छत्तीसगढ़ सरकार से अलग से नक्सली वैक्सीनेशन शिविर लगाने की राह भी देख रहे हैं। 

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आईजी पी सुंदरराज ने ग्रामीणों को नक्सली गतिविधियों से दूर रहने की सलाह भी दी है। साथ ही उन्होंने बीमार नक्सलियों (Naxalites) से अपील की है कि नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़ आत्मसमर्पण कर दें तो शासन उनकी बेहतर इलाज में मदद करेगा।

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