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देश के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों का जंगल राज चलता है। इसका जरिया बनती हैं जन अदालतें, जहां वे तुगलकी फरमान सुनाते हैं। साथ ही इन्हीं जंगलों में नए रंगरुटों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है।

देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती रहा नक्सलवाद अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ता जा रहा है। सरकार की कल्याणकारी नीतियों के चलते बड़े-बड़े नक्सली सरेंडर करते जा रहे हैं। बीते 5 सालों में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है।

पिछले 5 सालों में मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या में 21.3 फीसदी इजाफा हुआ है। देखिए कैसे नक्सली बैकफुट पर आते जा रहे हैं।

नक्सलवाद देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा रहा है। पर बीते पांच सालों में नक्सलियों की कमर टूट गई है। आंकड़ों की मानें तो नक्सली अब बैकफुट पर आ गए हैं।

2014 में नई सरकार बनने के बाद नक्सलवाद से निपटने के लिए नीतियों में व्यापक बदलाव हुआ। असर ये हुआ कि इन 5 सालों में नक्सलवाद की कमर टूट गई।

SCO Summit चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया था।

Lok Sabha Election Results 2019: केंद्र में दोबारा मोदी सरकार की वापसी होने जा रही है। बीजेपी की अगुवाई में एनडीए ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। अकेले बीजेपी 300 के आंकड़े को छू रही है। अब इसका मतलब क्या है?

राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर (Ramdhari Singh Dinkar) की आज पुण्यतिथि है। दिनकर (Dinkar) का निधन 24 अप्रैल, 1974 को हुआ था। दिनकर उन कवियों में शुमार हैं जिनकी कविताएं आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े विद्वान पसंद करते हैं।

डॉ भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) की आज जयंती (Ambedkar Jayanti) है। भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक और महान नेता डॉक्‍टर भीमराव अंबेडकर की जयंती भारत ही नहीं बल्‍कि दुनिया भर में धूमधाम से मनाई जाती है।

आज जलियांवाला बाग हत्याकांड की 100वीं बरसी है। इस मौके पर जलियांवाला बाग के सभी शहीदों को नमन। ठीक सौ...

भारत के पहले फाइव-स्टार रैंक वाले फील्ड मार्शल, सबसे ज्यादा चर्चित सैनिक, जिन्होंने न सिर्फ सेकेंड वर्ल्ड वॉर में अपनी दिलेरी और जांबाजी के झंडे गाड़े, बल्कि चीन और फिर पाकिस्तान के साथ हुए तीनों युद्ध में भी उनके योगदान को देश कभी भुला नहीं सकता।

अमर शहीद सुखदेव थापर की अमर दास्तान। शहीद दिवस के दिन अपने साथी क्रांतिकारियों भगत सिंह और राजगुरु के साथ हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लेने वाले इस वीर क्रांतिकारी की तमाम सुनी-अनसुनी कहानियां सुना रहे हैं संजीव श्रीवास्तव।

शहीद -ए-आज़म भगत सिंह की जिंदगी से जुड़ी ऐसी कहानियां जो प्रेरणा का स्रोत हैं। भगत सिंह के जीवन के तमाम पहलुओं की कहानी संजीव श्रीवास्तव की ज़ुबानी।

जंगल की ज़िंदगी हमेशा मुश्किल होती है। अंधेरे में खोई वीरान ज़िंदगी। जंगल में रहते वक्त इस बात का एहसास...

राम माडकामी उर्फ दिनेश… कभी ओडिशा के मल्कानगिरी इलाके के जंगलों में इसकी तूती बोलती थी। वजह थी इसके हाथ...

कहानी एक ऐसे शख्स की जो पहले नक्सली था, वर्दी देखते ही उसका खून खौल उठता था। वर्दी के चिथड़े उड़ाना उसका पेशा था। आज वो पुलिस की वर्दी सिलता है।

शहीद IPS अधिकारी विनोद कुमार चौबे की शौर्य गाथा ये भी पढ़ें:- झारखंड: पलामू से एक लाख का इनामी नक्सली...

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