लदने लगा है नक्सलियों का जंगल राज, डर के साए में जी रहे नक्सली
देश के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों का जंगल राज चलता है। इसका जरिया बनती हैं जन अदालतें, जहां वे तुगलकी फरमान सुनाते हैं। साथ ही इन्हीं जंगलों में नए रंगरुटों को हथियारों की ट्रेनिंग दी जाती है।
नक्सलियों में मची जान बचाने की होड़, सरेंडर करने वालों की संख्या में 156 फीसदी इजाफा
देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती रहा नक्सलवाद अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ता जा रहा है। सरकार की कल्याणकारी नीतियों के चलते बड़े-बड़े नक्सली सरेंडर करते जा रहे हैं। बीते 5 सालों में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है।
नक्सलियों की अब खैर नहीं, मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या में 21.3 फीसदी इजाफा
पिछले 5 सालों में मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या में 21.3 फीसदी इजाफा हुआ है। देखिए कैसे नक्सली बैकफुट पर आते जा रहे हैं।
बैकफुट पर नक्सली, सुरक्षाबलों के खिलाफ हमलों में 41 फीसदी की कमी
नक्सलवाद देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा रहा है। पर बीते पांच सालों में नक्सलियों की कमर टूट गई है। आंकड़ों की मानें तो नक्सली अब बैकफुट पर आ गए हैं।
5 सालों में टूटी नक्सलवाद की कमर, नक्सली वारदातों में 43 फीसदी की कमी
2014 में नई सरकार बनने के बाद नक्सलवाद से निपटने के लिए नीतियों में व्यापक बदलाव हुआ। असर ये हुआ कि इन 5 सालों में नक्सलवाद की कमर टूट गई।
SCO Summit में प्रधानमंत्री मोदी ने इसलिए किया पाकिस्तानी पीएम को नजरअंदाज…
SCO Summit चीन के नेतृत्व वाला आठ सदस्यीय आर्थिक एवं सुरक्षा समूह है जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया था।
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Lok Sabha Election Results 2019: केंद्र में दोबारा मोदी सरकार की वापसी होने जा रही है। बीजेपी की अगुवाई में एनडीए ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। अकेले बीजेपी 300 के आंकड़े को छू रही है। अब इसका मतलब क्या है?
रामधारी सिंह दिनकर: राष्ट्रीय चेतना को झकझोर कर रख देने वाले क्रांतिकारी कवि
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर (Ramdhari Singh Dinkar) की आज पुण्यतिथि है। दिनकर (Dinkar) का निधन 24 अप्रैल, 1974 को हुआ था। दिनकर उन कवियों में शुमार हैं जिनकी कविताएं आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े विद्वान पसंद करते हैं।
आखिर किस बात पर गांधीजी से अड़ गए थे डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar)?
डॉ भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) की आज जयंती (Ambedkar Jayanti) है। भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक और महान नेता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में धूमधाम से मनाई जाती है।
क्या हुआ था जलियांवाला बाग हत्याकांड से ठीक पहले, किस बात से बौखलाया था अंग्रेज अफसर जनरल डायर?
आज जलियांवाला बाग हत्याकांड की 100वीं बरसी है। इस मौके पर जलियांवाला बाग के सभी शहीदों को नमन। ठीक सौ...
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भारत के पहले फाइव-स्टार रैंक वाले फील्ड मार्शल, सबसे ज्यादा चर्चित सैनिक, जिन्होंने न सिर्फ सेकेंड वर्ल्ड वॉर में अपनी दिलेरी और जांबाजी के झंडे गाड़े, बल्कि चीन और फिर पाकिस्तान के साथ हुए तीनों युद्ध में भी उनके योगदान को देश कभी भुला नहीं सकता।
नायकः अमर शहीद सुखदेव थापर की अमर दास्तान
अमर शहीद सुखदेव थापर की अमर दास्तान। शहीद दिवस के दिन अपने साथी क्रांतिकारियों भगत सिंह और राजगुरु के साथ हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लेने वाले इस वीर क्रांतिकारी की तमाम सुनी-अनसुनी कहानियां सुना रहे हैं संजीव श्रीवास्तव।
नायकः शहीद-ए-आज़म भगत सिंह
शहीद -ए-आज़म भगत सिंह की जिंदगी से जुड़ी ऐसी कहानियां जो प्रेरणा का स्रोत हैं। भगत सिंह के जीवन के तमाम पहलुओं की कहानी संजीव श्रीवास्तव की ज़ुबानी।
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राम माडकामी उर्फ दिनेश… कभी ओडिशा के मल्कानगिरी इलाके के जंगलों में इसकी तूती बोलती थी। वजह थी इसके हाथ...
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कहानी एक ऐसे शख्स की जो पहले नक्सली था, वर्दी देखते ही उसका खून खौल उठता था। वर्दी के चिथड़े उड़ाना उसका पेशा था। आज वो पुलिस की वर्दी सिलता है।
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