…जब हार के बावजूद Pak ने कश्मीर से अपने सैनिकों को निकालने से कर दिया इनकार, जानें पूरी कहानी

युद्धविराम पर सहमत होने के बाद दुश्मन देश ने अपने सैनिकों को निकालने से इनकार कर दिया नतीजन कश्मीर दो भागों में विभाजित हो गया।

Indian Army

(फाइल फोटो)

युद्ध विराम पर सहमत होने के बाद दुश्मन देश ने अपने सैनिकों को निकालने से इनकार कर दिया नतीजन कश्मीर दो भागों में विभाजित हो गया।

भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारा धर्म के आधार पर हुआ था। पाकिस्तान की तो पूरी नींव ही धर्म के आधार पर है। बंटवारे के बाद किसे क्या मिलेगा इस पर खूब झगड़ा हुआ। पाकिस्तान भारत से हर वो चीज हड़प लेना चाहता था जोकि नायाब थी। इनमें से एक था कश्मीर। जिसके सपने पाकिस्तान आज भी देखता है।

आजादी के तुरंत बाद कश्मीर के भारत में शामिल होने के फैसले से पाकिस्तान बुरी तरह बौखला गया था। कश्मीर कैसे भारत का हिस्सा बन गया यह पाकिस्तान को आज तक खल रहा है। इसका गुस्सा पाकिस्तान भारत के खिलाफ युद्ध लड़कर निकालता है। लेकिन हर बार भारतीय सेना के जवान युद्ध के दौरान अकल्पनीय साहस का परिचय दे चुके हैं जिसकी मिसाल आज भी पेश की जाती है। पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने सबसे ज्यादा युद्ध लड़े हैं। युद्ध कश्मीर पर पाकिस्तान की जबरन घुसपैठ और कब्जे को लेकर लड़े गए हैं। 

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नतीजन दोनों देशों के बीच युद्ध हुआ। युद्ध में पाकिस्तान की बुरी तरह हार हुई। हारने और युद्धविराम की घोषणा के बावजूद पाकिस्तान ने कश्मीर से अपनी सेना को वापस पीछे खींचने से इनकार कर दिया था। युद्धविराम पर सहमत होने के बाद दुश्मन देश ने अपने सैनिकों को निकालने से इनकार कर दिया और नतीजन कश्मीर दो भागों में विभाजित हो गया।

एक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके, दूसरा भारत के कब्जे वाला कश्मीर। इसके बाद 1950 में भारत-पाक विषम परिस्थितियों में थे, तो मौके का फायदा उठाकर चीन ने पूर्वी कश्मीर पर धीरे-धीरे नियंत्रण कर लिया। नतीजन इस इलाके को अक्साई चीन कहा जाता है और इस पर विवाद की स्थिति लगातार बनी रहती है। पाकिस्तान ने 1947 के बाद 1965 में भी कश्मीर को हथियाने के असफल प्रयास किए थे। इसके बाद 1999 में कारगिल युद्ध में भी पाक की नापाक हरकतों को सेना ने नेस्तनाबूद कर दिया था।

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