1999 के युद्ध के दौरान कारगिल में रहने वाले लोगों की जिंदगी पर क्या गुजरी थी? ऐसा था माहौल

पाकिस्तान ने कारगिल के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर धोखे से कब्जा किया था। कारगिल को अगास की भूमि के नाम से भी जाना जाता है।

Kargil War (Kargil War) : पाकिस्तान ने कारगिल के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर धोखे से कब्जा किया था। कारगिल को अगास की भूमि के नाम से भी जाना जाता है, यह जम्‍मू और कश्‍मीर राज्‍य के लद्दाख क्षेत्र में स्थित एक जिला है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) के दौरान भारतीय सेना का पराक्रम देखने को मिला था। पाकिस्तान एक ऐसा देश जो हमेशा भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचता है और मुंह की खाता है।

पाकिस्तान ने कारगिल के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों पर धोखे से कब्जा किया था। कारगिल को अगास की भूमि के नाम से भी जाना जाता है, यह जम्‍मू और कश्‍मीर राज्‍य के लद्दाख क्षेत्र में स्थित एक जिला है।

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युद्ध के दौरान इस इलाके के आस-पास रहने वाले बुरी तरह से सहम गए थे। हर वक्त मौत का साया मंडरा रहा था। भारी गोलीबारी और हवाई फायरिंग के बीच लोगों का जीना मुश्किल था।

लड़ाई करीब 2 महीने तक चली थी, इस दौरान आसपास में रहने वाले लोग काफी डर गए थे। कारगिल से करीब 50 किलो मीटर दूर भीमभट्ट गांव बमबारी का काफी शिकार हुआ था। गांवों के निवासियों का कहना है कि इस हमले में कुछ लोगों की मौत हुई थी और आधा गांव बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। भीमभट्ट गांव के अलावा बटालिक और काकसर में स्थानीय लोगों को नुकसान पहुंचा था।

युद्ध के दौरान भारी गोलीबारी के बीच कई दिनों तक कारगिल के आस-पास के गांवों के मकान में रखे सामान भी हिलते रहते थे। कई लोगों को इस बात का डर था कि वह भी बमबारी के शिकार हो जाएंगे।

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