
शहीद लांस नायक आबिद खान।
Kargil War: युद्ध के दौरान 1 जुलाई, 1999 को दुश्मनों से मोर्चा लेते हुए लांस नायक आबिद खान (Lance Naik Abid Khan) के पैर में एक गोली लग गई थी। खून बह रहा था और वह हर एक सेकेंड पर और ज्यादा घायल होते जा रहे थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल का युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने ऐसा पराक्रम दिखाया था, जिसे यादकर दुश्मन देश के जवान आज भी कांप उठते हैं। युद्ध में यूं तो सभी जवानों की भूमिका अहम होती है, लेकिन कुछ जवान ऐसे होते हैं जो अपनी बहादुरी की मिसाल पेश कर शहादत देते हैं।
ऐसे ही एक जवान थे यूपी के हरदोई जिले के पाली कस्बे के काजीसराय निवासी गफ्फार खां और नत्थन बेगम के सबसे बड़े बेटे आबिद खान। देश के लिए कुछ कर गुजरने का बचपन से ही सपना लेकर चलने वाले लांस नायक आबिद खान (Lance Naik Abid Khan) ने जंग के मैदान में इसे करके भी दिखाया था।
पैर में गोली लगने के बावजूद लांस नायक आबिद खान (Lance Naik Abid Khan) ने दुश्मन देश के 17 सैनिकों को अपनी रायफल की गोलियों से ढेर कर दिया था। उन्होंने साहस का ऐसा परिचय दिया था जिसे यादकर आज भी सेना के जवानों और आम नागरिकों का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है।
युद्ध के दौरान 1 जुलाई, 1999 को दुश्मनों से मोर्चा लेते हुए लांस नायक आबिद खान (Lance Naik Abid Khan) के पैर में एक गोली लग गई थी। खून बह रहा था और वह हर एक सेकेंड पर और ज्यादा घायल होते जा रहे थे। दर्द बहुत ज्यादा था, लेकिन देश के लिए कुछ कर गुजरने का सपना भी मन में था।
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लांस नायक आबिद खान (Lance Naik Abid Khan) ने शौर्य का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना के 17 जवानों को अपनी रायफल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर ढेर कर दिया था। इसी दौरान उनकी गर्दन में एक गोली लगी और वे शहीद हो गए।
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