Kargil War: …जब Indian Army से डरकर पाकिस्तान ने लगाई अमेरिका से गुहार, मिला ये जवाब

कारगिल का युद्ध (Kargil War) लड़कर पाकिस्तान (Pakistan) को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन साथ ही साथ अमेरिका (America) ने भी उसका साथ देने से साफ इनकार कर दिया था।

Kargil War

File Photo

Kargil War: दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के इस रुख के बाद पाकिस्तान को अहसास हो गया था कि वे भारत से युद्ध हार चुका है।

कारगिल का युद्ध (Kargil War) लड़कर पाकिस्तान (Pakistan) को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन साथ ही साथ अमेरिका (America) ने भी उसका साथ देने से साफ इनकार कर दिया था। पाकिस्तान की इंटरनेशनल लेवल पर बुरी तरह से बेइज्जती हुई थी।

1999 में पाकिस्तान ने एलओसी (LoC) पर धोखे से कारगिल के महत्वूपर्ण इलाकों पर कब्जा कर लिया था। लेकिन भारतीय सेना (Indian Army) के पराक्रम के चलते वह कहीं भी टिक नहीं सका था।

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करीब  60 दिनों तक चले युद्ध में भारतीय सेना के जज्बे के सामने पाक सैनिकों ने आखिकार घुटने टेक दिए थे। एक के बाद एक पोस्ट अपने हाथ से गंवाने के बाद पाकिस्तान को हार का आभास हो गया था। लिहाजा, उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने गिड़गिड़ाना भी शुरू कर दिया।

अमेरिका से भी उसने गुहार लगाई, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने दो टूक कह दिया कि पहले अपनी सेना को वापस बुलाओ, उसके बाद ही बात होगी। अमेरिका का पाकिस्तान की मदद से इनकार उसकी कूटनीति थी। दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क के इस रुख के बाद पाकिस्तान को अहसास हो गया था कि वह भारत से युद्ध हार चुका है।

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ऐसा ही सेना ने पाकिस्तान को बुरी तरह से मात दे दी थी। कारगिल की लड़ाई में पाकिस्तान को छठी का दूध याद दिला दिया गया था। पाकिस्तान को इस युद्ध में मुंह की खानी पड़ी थी। पाकिस्तान के धोखे का जवाब भारत ने बखूबी दिया, जिसको याद कर दुश्मन देश आज भी थर-थर कांप उठता है।

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