देश को नुकसान पहुंचाने के मकसद से घुसपैठिए करते हैं बार्डर क्रॉस, जानें कैसे खदेड़ते हैं जवान

देश को नुकसान पहुंचाने के मकसद से घुसपैठिये चुपचाप बार्डर में घुसने का प्रयास करते हैं। उन्हें रोकने के लिए हमारे जवान किसी भी चुनौती का सामना करने से पीछे नहीं हटते।

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Indian Army: देश को नुकसान पहुंचाने के मकसद से घुसपैठिये चुपचाप बार्डर में घुसने का प्रयास करते हैं। उन्हें रोकने के लिए हमारे जवान किसी भी चुनौती का सामना करने से पीछे नहीं हटते।

भारतीय सेना (Indian Army) के जवान किसी भी हालात से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हर समय रहते हैं। हजारों जवान भारत पाकिस्तान और चीन सहित अन्य देशों से लगती सीमाओं पर दिन रात कड़ी निगरानी रखते हैं। पाकिस्तान से आतंकी (Terrorsts) जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में घुसपैठ कर आतंक फैलाने की साजिश करते रहते हैं।

इस दौरान जवान किसी भी खतरे से निपटने की स्थिति में खुद को तैयार रखते हैं। बॉर्डर पर घुसपैठियों को रोकने के लिए सेना के जवान काफी चौकस रहते हैं। इंटेलिजेंस द्वारा यह पता लगाया जाता है कि घुसपैठिए किस तरह नए-नए तरीकों से घुसपैठ को अंजाम देते हैं।

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देश को नुकसान पहुंचाने के मकसद से घुसपैठिये चुपचाप बार्डर में घुसने का प्रयास करते हैं। उन्हें रोकने के लिए हमारे जवान किसी भी चुनौती का सामना करने से पीछे नहीं हटते। जम्मू कश्मीर के पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर से बांटने वाली एलओसी पर पिछले कई साल से घुसपैठ के कई प्रयासों को असफल किया गया है।

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इस दौरान कई आतंकी मारे भी गए हैं। घुसपैठियों द्वारा हर बार नए रास्तों का चयन कर घुसपैठ के प्रयास किए जाते रहे हैं। त्रेहगाम, पीर पंजाल और केरन सेक्टर के जरिए कई बार घुसपैठ की कोशिशें होती रही हैं। हालांकि, घुसपैठ को रोकने के लिए एलओसी (LoC) पर तारबाड़ी की गई है।

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