1965 का युद्ध: Indian Air Force ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई एयरफील्ड्स कर दिए थे तबाह

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 के युद्ध में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई एयरफील्ड्स तबाह कर दिए थे। भारत ने जब-जब पाकिस्तान के खिलाफ जंग लड़ी है तब-तब दुश्मनों को पटखनी दी।

Indian Air Force Recruitment 2021

फाइल फोटो।

एयर मार्शल अर्जन सिंह के नेतृत्व में इस युद्ध में वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई एयरफील्ड्स को नुकसान पहुंचाया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1965 के युद्ध में भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई एयरफील्ड्स तबाह कर दिए थे। भारत ने जब-जब पाकिस्तान के खिलाफ जंग लड़ी है तब-तब दुश्मनों को पटखनी दी। पाकिस्तान के सैनिकों को हमारे वीर जवान भगा-भगाकर मारते हैं। सेना जब भी पाक के खिलाफ जंग के मैदान में उतरी है, हमेशा फतह हासिल किया है।

पद्म विभूषण से सम्मानित एयर मार्शल अर्जन सिंह के नेतृत्व में इस युद्ध में वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई एयरफील्ड्स को नुकसान पहुंचाया था। भारत ने जब अंतरराष्‍ट्रीय सीमा पार की तो घटनाक्रम तेजी से बदला।

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युद्ध के दौरान वायुसेना (Indian Air Force) के 4 हंटर विमानों ने 580 नॉट्स की रफ्तार से एलओसी पार की थी। पाकिस्तान के रायविंड रेलवे स्टेशन के यार्ड में एक मालगाड़ी पर ताबड़तोड़ बम बरसाए गए थे। सेना को हमले से पहले पता चला था कि ट्रेन में भारी मात्रा में हथियार और बख्तरबंद गाड़ियां हैं।

लड़ाई में भारतीय सेना (Indian Army) लाहौर तक पहुंच चुकी थी, लेकिन बॉर्डर पर ही रुक गई। सेना चाहती तो पाकिस्तानी के कई इलाकों पर कब्जा कर सकती थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 21 सितंबर, 1965 को भारत ने और 22 सितंबर, 1965 को पाकिस्तान ने सीजफायर स्वीकार कर लिया था।

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हालांकि तत्कालीन वायुसेना (Indian Air Force) चीफ अर्जन सिंह ने बताया था कि वह इस सीजफायर के पक्ष में नहीं थे। बता दें कि एयर फोर्स प्रमुख के तौर पर लगातार 5 साल अपनी सेवाएं देने वाले अर्जन सिंह एकमात्र चीफ ऑफ एयर स्टाफ थे। 17 सितंबर, 2017 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था। 

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