India Pakistan War 1971: …जब पाकिस्तान ने अमेरिका और चीन के दम पर सरेंडर से किया इनकार

भारत के सरेंडर के ऑफर को वह हल्के में ले रहा था। ऐसे में भारतीय सेना ने ऐसा खेल दिखाया कि पाकिस्तान को अंतत: सरेंडर के लिए टेबल पर आना पड़ा।

India Pakistan War 1971

War of 1971 (File Photo)

India Pakistan War 1971: भारत के सरेंडर के ऑफर को वह हल्के में ले रहा था। ऐसे में भारतीय सेना (Indian Army) ने ऐसा खेल दिखाया कि पाकिस्तान को अंतत: सरेंडर (Surrender) के लिए टेबल पर आना पड़ा।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध (India Pakistan War 1971) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान (Pakistan) को बुरी तरह से शिकस्त मिली थी। पाकिस्तान को हराकर भारतीय सेना (Indian Army) ने विश्व में अपना डंका बजाया था। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तानी सेना को युद्ध के अंत में सरेंडर करवाया गया था।

सरेंडर करने से पहले पाकिस्तान ने सारे दांव पेंच अपनाए लेकिन एक भी काम नहीं आया। सरेंडर से पहले पाकिस्तान अमेरिका और चीन के दम पर सरेंडर से इनकार कर रहा था। हालांकि, पाकिस्तानी सेना की हार तब तक निश्चित हो चुकी थी।

64 गोरखा जवान बने Indian Army का हिस्सा, ली देश सेवा की शपथ

पूर्वी पाकिस्तान में पाक सेना कमांडर जनरल ए ए के नियाजी ने अमेरिका और चीन के दम पर सरेंडर करने से साफ इनकार कर दिया था। भारत के सरेंडर के ऑफर को वह हल्के में ले रहा था। ऐसे में भारतीय सेना ने ऐसा खेल दिखाया कि पाकिस्तान को अंतत: सरेंडर के लिए टेबल पर आना पड़ा।

दरअसल, उस वक्त तक भारतीय सेना ढाका को 3 तरफ से घेर चुकी थी। 14 दिसंबर को भारतीय सेना ने ढाका में पाकिस्तान के गवर्नर के घर पर हमला कर दिया था। जिस वक्त हमला किया गया उस वक्त वहां पाकिस्तान के सभी बड़े अधिकारी गुप्त मीटिंग के लिए एकत्रित हुए थे।

ये भी देखें-

युद्ध (India Pakistan War 1971) में शिकस्त खाने के बाद पाकिस्तान पूरी तरह से धराशाई हो गया था और उसे 16 दिसंबर को भारत के आगे पूरी तरह सरेंडर करना पड़ा। पाकिस्तान के हारते ही दुनिया के नक्शे पर बांग्लादेश सामने आया। 1971 में 16 दिसंबर के दिन बांग्लादेश नाम के देश का औपचारिक गठन हुआ। 

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें