चेहरे पर फटा ग्रेनेड फिर भी दुश्‍मन को किया ढेर, जानें इस जवान की वीरता की कहानी

पीरू सिंह ने न सिर्फ अपनी टीम के साथ दुश्मन सेना पर धावा बोला बल्कि ऊंचाई पर तैनात पाकिस्तानी सेना के पास पहुंचने में सफलता पाई थी।

India Pakistan War

India Pakistan War 1947: पीरू सिंह ने न सिर्फ अपनी टीम के साथ दुश्मन सेना पर धावा बोला बल्कि ऊंचाई पर तैनात पाकिस्तानी सेना के पास पहुंचने में सफलता पाई थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1947 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना को भारतीय सेना ने बुरी तरह से मात दी थी। पाकिस्तान इस हार के बारे में आज भी सोचने पर थर-थर कांप उठता होगा। पाकिस्तानी सेना के खिलाफ एक जवान ऐसे भी थे जिन्होंने चेहरे पर ग्रेनेड फटने के बावजूद दुश्मन सेना को नेस्तानाबूद कर दिया था।

इस जवान का नाम कंपनी हवलदार मेजर पीरू सिंह था। शहीद होने से पहले उन्होंने ऐसा पराक्रम दिखाया था जिसकी चर्चा आज भी की जाती है। इस युद्ध के लिए उन्‍हें वीरता के सर्वोच्‍च पुरस्‍कार परमवीर चक्र से सम्‍मानित किया गया था।

Chhattisgarh: दंतेवाड़ा से इनामी महिला नक्सली गिरफ्तार, पुलिस पर हमला और हत्या जैसी संगीन वारदातों में रही है शामिल

दरअसल 18 जुलाई 1948 को तिथवाल रिज पर 6 राजपूताना राइफल्स की डेल्‍टा कंपनी को 2 चोटियों को मुक्‍त कराने की जिम्‍मेदारी सौंपी गई थी। इस कंपनी की अगुआई हवलदार मेजर पीरू सिंह के जिम्मे थी। पीरू सिंह ने न सिर्फ अपनी टीम के साथ दुश्मन सेना पर धावा बोला बल्कि ऊंचाई पर तैनात पाकिस्तानी सेना के पास पहुंचने में सफलता पाई थी।

हालांकि इससे पहले चढ़ाई करते वक्त सेना को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। आधे घंटे की चढ़ाई के दौरान ही हमारे 51 जवान शहीद हो गए थे। एक जगह तो ऐसी थी जहां भारतीय सेना को महज एक मीटर संकरे रास्‍ते से गुजर कर दुश्‍मन की तरफ बढ़ना था।

दुश्मन मशीन गन से लगातार फायर कर रहे थे। ऐसे में पीरू सिंह ने अपने साथियों का हौसला बढ़ाया और लगातार दुश्मनों पर हावी रहे। इस दौरान उनकी तरफ एक ग्रेनेड फेंका गया और वह चेहर पर फट गया। इसके बावजूद उन्होंने हौसला नहीं हारा था और अंत तक दुश्मनों से लोहा लेते रहे और साथी जवानों का हौसला बढ़ाते रहे। हालांकि दुश्मन की एक गोली उनके सिर पर लगी तो वह शहीद हो गए।   

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें