1971 का युद्ध: पाकिस्तान का ऑपरेशन ‘क्रेक डाउन’, जानें क्या था ये

ऑपरेशन को बांग्लादेश की आजादी के नायक शेख मुजीबुर रहमान के 6 प्वाइंट का फॉर्मूला पाकिस्तान सरकार के सामने रखने के बाद शुरू किया गया था।

Pakistan

File Photo

ऑपरेशन को बांग्लादेश की आजादी के नायक शेख मुजीबुर रहमान के 6 प्वाइंट का फॉर्मूला पाकिस्तान (Pakistan) की सरकार के सामने रखने के बाद शुरू किया गया था।

पाकिस्तान (Pakistan) के लिए 1971 का साल काल बनकर आया था। पाकिस्तान की गलतियों के चलते उसका एक प्रांत ही उससे अलग हो गया था। इस प्रांत को आज लोग एक देश के रूप में बांग्लादेश के नाम से जानती है। पाकिस्तान ने उस समय ईस्ट पाकिस्तान (बांग्लादेश) के लोगों को इतना सताया था जिसके बाद विद्रोह और आजादी की मांग की जाने लगी थी।

आजादी की इस लड़ाई में भारतीय सेना ने सीधा दखल दिया था और पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर ला दिया था। दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने ऑपरेशन ‘क्रेक डाउन’ के जरिए  ईस्ट पाकिस्तान में हिंसात्मक कार्रवाई शुरू कर दी थी।

1971 के युद्ध में पाक सेना का आत्मसमर्पण, भारत-बांग्लादेश सैन्य इतिहास का सबसे यादगार पल

इस ऑपरेशन को बांग्लादेश की आजादी के नायक शेख मुजीबुर रहमान के 6 प्वाइंट का फॉर्मूला पाकिस्तान सरकार के सामने रखने के बाद शुरू किया गया था। इसके लिए उन्हें जेल में डाल दिया गया था और ईस्ट पाकिस्तान में क्रेक डाउन शुरू कर दिया गया था। क्रेक डाउन का मतलब था तेजी से और जोर जबरदस्ती से विद्रोह का दबाना।

इसके लिए पूर्वी पाकिस्तान (East Pakistan) में अत्याचार, रेप, गिरफ्तारी शुरू कर दी गईं थीं। ऐसे में मुक्ति वाहिनी के रूप में बांग्लादेश की आम जनता ने हथियार उठा लिए। इस दौरान बांग्लादेश की गरीब जनता आसाम, त्रिपुरा, पश्चिमी बंगाल की भारतीय सीमा की तरफ भागी।

ये भी देखें-

एक साल से भी कम समय के अंदर बांग्लादेश से करीब 1 करोड़ शरणार्थियों ने भागकर भारत के पश्चिम बंगाल में शरण ली। इससे भारत पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया। फिर क्या था तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के ऑर्डर मिलते ही पूर्वी पाकिस्तान की सेना मुक्तिवाहिनी की मदद कर भारतयी सेना ने पाकिस्तान को धूल चटा दी थी।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें